बिलासपुर, 22 जनवरी। धान खरीदी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने और अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए जिले में चल रहे सघन सत्यापन अभियान के तहत 1.46 करोड़ रुपये मूल्य के लगभग 4685 क्विंटल धान रकबे का समर्पण कराया गया है। कलेक्टर अवनीश शरण की अगुवाई में यह अभियान जारी है, जिसमें दलालों और बिचौलियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। अभियान अंतिम दिन तक जारी रहेगा।
जिले के विभिन्न धान उपार्जन केंद्रों पर सत्यापन के दौरान कई स्थानों पर टोकन के अनुरूप धान की उपलब्धता नहीं पाई गई। इसके चलते संबंधित रकबे का समर्पण कराया गया। खाद्य नियंत्रक अनुराग भदौरिया ने बताया कि बोदरी स्थित बोडसरा केंद्र पर 14 एकड़ रकबे के तहत 295 क्विंटल धान का समर्पण कराया गया। इसी तरह सरवानी केंद्र पर 24 एकड़ रकबे के अंतर्गत 505 क्विंटल धान, और किरारी केंद्र पर 6.2 एकड़ रकबे का 130 क्विंटल धान सत्यापन में पाया गया।
सत्यापन के प्रमुख बिंदु
- तहसील मस्तूरी: किरारी केंद्र पर 236 क्विंटल धान (11.5 एकड़) और मल्हार केंद्र पर 160 क्विंटल धान (8 एकड़) का समर्पण कराया गया।
- तहसील सीपत: कौडिया केंद्र पर 177.60 क्विंटल धान का समर्पण हुआ।
- तहसील तखतपुर: तखतपुर केंद्र में 165 क्विंटल धान सत्यापन उपरांत रकबे में समर्पित हुआ।
- तहसील बेलगहना: आमागोहन केंद्र पर 6.530 हेक्टेयर, मिट्ठुनवागांव में 3.786 हेक्टेयर, और केंदा केंद्र पर 6.621 हेक्टेयर रकबे का समर्पण किया गया।
कलेक्टर की सख्त हिदायतें
कलेक्टर अवनीश शरण ने सत्यापन कार्य को अंतिम दिन तक जारी रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने संयुक्त टीमों को दलालों और बिचौलियों पर कड़ी नजर रखने का आदेश दिया है। इसके अलावा अवैध संग्रहण और परिवहन के खिलाफ कार्रवाई को तेज करने पर जोर दिया गया है।
कृषकों की सहभागिता और जिम्मेदारी
जिले के अधिकांश कृषक सत्यापन प्रक्रिया में सहयोग कर रहे हैं। हालाँकि, कुछ केंद्रों पर धान की कमी पाई गई, जिसके चलते रकबे का समर्पण कराया गया। यह कदम खरीदी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने और किसानों के हितों की रक्षा के लिए उठाया गया है।