आइंस्टीन या स्टीफन हॉकिंस का नाम दिमाग में आते ही आमतौर पर लोगों को यही लगता है कि आज के जमाने में ऐसा इंसान होना मुश्किल है लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि 14 साल की एक लड़की ने ऐसा कारनामा कर दिखाया कि लोग उन्हें 21 वीं सदी का आइंस्टीन कहने लगे हैं। दरअसल, अमेरिका के शिकागो शहर की सबरीना गोंजालेक पास्तेरस्की को अमेरिका में सब आइंस्टीन नाम से ही जानते हैं। वह इसलिए क्योंकि सबरीना ने सिर्फ 14 साल की उम्र में खुद ही हवाई जहाज का इंजन बना लिया था।
सबसे कम उम्र में हवाई जहाज उड़ाने का रिकॉर्ड
सबरीना ने जिस समय हवाई जहाज का इंजन बनाया, उस समय वह इलिनोएस मैथमेटिक्स एंड साइंस एकेडमी में पढ़ती थी। इंजन बनाने से लेकर हवाई जहाज बनाने तक का उनका सफर 2 सालों का रहा। 2010 में इलिनोएस मैथमेटिक्स एंड साइंस एकेडमी से ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद सबरीना ने मेसाचूसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) में प्रवेश ले लिया। 2010 में सबरीना सिर्फ 14 साल की उम्र में खुद के बनाए हवाई जहाज को उड़ाने में सफल हो गई। इतने कम उम्र में हवाई जहाज उड़ाने का रिकॉर्ड बनाने पर सबने यही कहा कि सबरीना 21 वीं सदी की आइंस्टीन बनेंगी। एमआईटी में सिर्फ तीन साल पढ़ने के पश्चात ही सबरीना को अधिकतम 5 ग्रेड मिल गया जो एक रिकॉर्ड है। अब वह प्रतिष्ठित हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट कर रही हैं जहां पूरी तरह से अकादमिक आजादी है और वह वहां अपने सपनों को पंख देने के लिए स्वतंत्र हैं।
ब्लैकहोल और गुरुत्वाकर्षण की गुत्थी सुलझाना चाहती हैं
सबसे कम उम्र में हवाई जहाज उड़ाने के बावजूद सबरीना एविएशन के क्षेत्र से अलग हो गई हैं। आज सबरीना 23 साल की हो गई हैं और दुनिया में फिजिक्स गर्ल के नाम से मशहूर हो गई हैं। अब वह उसी क्षेत्र में आगे बढ़ेंगी जिस क्षेत्र में आइंस्टीन और स्टीफन हॉकिंस ने दुनिया को नया सिद्धांत दिया था। सबरीना का प्रिय विषय है किस तरह गुरुत्वाकर्षण समय और अंतरिक्ष को प्रभावित करता है। इस विषय में वह आइंस्टीन और हॉकिंस के कामों को परख रही हैं। इसके अलावा वह क्वांटम ग्रेविटी पर काम कर रही हैं यानी सबरीना ने आइंस्टीन और हॉकिंस के सिद्धांतों को आगे बढ़ाने की ठान ली है।