बच्चे हो या बूढ़े दोनों ने ही अपने ट्रेंड में स्मार्ट फोन को शामिल कर रखा है जिसका खामियाजा उन्हें बाद में अपने स्वास्थ्य के साथ सौदा करके भरना पड़ सकता है | मोबाइल रेडिएशन आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है | इससे आपके शरीर के कई अंगों को नुकसान पहुंचता है जिनमे से हार्ट और ब्रेन ख़ास अंग हैं जिन्हें ज्यादा नुकसान भुगतना पड़ सकता है | आज हम आपको मोबाइल रेडिएशन के चलते शरीर में होने वाले दुष्प्रभाव और इसे चेक करने के तरीके को बताएँगे जिन्हें जानकर आप अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित रख सकेंगे |
कब होता है मोबाइल रेडिएशन का आपके शरीर पर बुरा प्रभाव?
SAR (specific absorption ratio)के अनुसार अगर आपके मोबाइल रेडिएशन 1.6 W/kg से ज्यादा है तो यह आपके सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है |हमारे बॉडी फ्लूइड में रेडिएशन एब्सोर्ब करने की क्षमता होती है | यह रेडिएशन हमारे शरीर में कई रोग पैदा कर सकते हैं जैसे कि:-
सिर में दर्द
मोबाइल का लगातार उपयोग करने से, रेडिएशन की वजह से हमारे ब्रेन सेल्स जल्द ही थक जाती है और इस थकान की वजह से सिर में दर्द रहने लगता है।
झनझनाहट
मोबाइल रेडिएशन से, कान के नर्व में कमजोरी पैदा होने के कारण, कानो में झनझनाहट पैदा होने लगती है।
नींद न आना
रेडिएशन की वजह से उत्पन्न तनाव के कारण नींद आने में बाधा पड़ने लगती है और लगातार रेडिएशन में रहने के कारण नींद पूरी तरह से गायब भी हो सकती है।
कमजोरी महसूस करना
रेडिएशनकी वजह से नींद न आने के कारण, हमेशा थकान बनी रहती है।और कमजोरी महसूस होती है |
सुनने में कमी
लगातार रेडिएशन के दुष्प्रभाव के चलते, कानों के सेंसरी नर्व कमजोर हो जाते हैं | और सुनने की क्षमता कम होने लगती है, जो बाद में बहरापन का कारण बन जाती है |
डिप्रेशन
टावर एरिया के 300 मीटर के अंदर रहने और ज्यादा SAR (specific absorption ratio) वाले मोबाइल के इस्तेमाल करने के कारण, ब्रेन सेल्स डैमेज हो जाती है और व्यक्ति डिप्रेशन का शिकार हो जाता है |
धड़कन का बढ़ जाना
टावर एरिया में रहने, सामने की जेब में मोबाइल रखने, और पेस मेकर वाले पेशेंट्स की दिल की धड़कन बढ़ जाया करती है |
काम में मन न लगना
रेडिएशन से उत्पन्न मानसिक थकान और कमजोरी के कारण काम करने में मन नही लगता है |
प्रजनन क्षमता में कमी
हाई SAR वाले मोबाइल को पेंट के साइड जेब में रखने के कारण प्रजनन तन्त्र पर बैड इफ़ेक्ट पड़ता है और प्रजनन क्षमता में कमी आ जाती है |
कैसे चेक करे अपने मोबाइल का रेडिएशन ?
अगर आप अपने आपको रेडिएशन के दुष्प्रभाव से बचाना चाहते हैं और अपने मोबाइल में रेडिएशन के खतरे को चेक करना चाहते हैं तो अपने स्क्रीन में*#07# डायल करें | आपको तुरंत ही एक रिपोर्ट दिखेगी जिसमे रेडिएशन का स्तर बताया जाएगा | यहाँ पर दो प्रकार के स्तर दिखेंगे पहला हेड और दूसरा बॉडी |हेड वाला स्तर आपके फ़ोन में बात करते वक्त के रेडिएशन को बताता है जबकि बॉडी वाला स्तर आपके जेब में रखी हुई मोबाइल और और फोन के इस्तेमाल का रेडिएशन बताता है | सावधानी के लिए बता देना चाहेंगे कि आपके मोबाइल का रेडिएशन लिमिट 1.6w/kg से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।