Wednesday, December 11, 2024
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स्वास्थ्य कर्मचारी संघ का जिलाध्यक्ष कहता है पैसा दो वारना नौकरी से निकलवा दूंगा, कलेक्टर से शिकायत

बिलासपुर :- जिले के डॉक्टरों ने प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष पर स्वस्थ अधिकारियों एवं कर्मचारियों से रुपए मांगने और नहीं देने पर नौकरी से निकलवाने तथा आयोग में जाने की धमकी देने का आरोप लगाया है। डॉक्टरो का कहना है कि वे सूचना के अधिकार और शिकायकर्ताओं के सहारे उन्हें ब्लैकमेल करते हैं। इधर, जिलाध्यक्ष तिवारी ने सारे आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने बताया कि बिल्हा के तत्कालीन बीएमओ के खिलाफ भ्रष्टाचार और पद का दुरुपयोग करने की शिकायत की थी, जिन्हें बचाने के लिए ये लोग उन पर बेवजह आरोप लगा रहे हैं।

समस्त अधिकारी-कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग बिलासपुर के डॉक्टर्स शनिवार दोपहर कलेक्टरोरेट पहुंचे थे। उन्होंने कलेक्टर पी दयानंद मिलकर स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष तिवारी के खिलाफ शिकायत की है। चिकित्साधिकारी संघ के प्रातांध्यक्ष डॉ. प्रमोद तिवारी ने मीडिया को आरोप लगाते हुए बताया कि स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष तिवारी जिलेभर में पदस्थ अधिकारी-कर्मचारियों को प्रताड़ित कर रहे हैं। पूरे जिले के कर्मचारियों में उनका भय व आतंक है। उन्होंने बताया कि वह ब्लॉकों में पदस्थ डॉक्टरों को मांग पूरी नहीं करने पर फंसाने की धमकी देते हैं। कई लोगों के खिलाफ उलूलजुलूत शिकायत भी कर चुके हैं। उन्होंने बिल्हा के तत्कालीन बीएमओ डॉ. शरद गढ़ेवाल के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत की थी, जिसकी जांच हो चुकी है। ऑडिट भी हो चुका है, जिसमें सबकुछ ठीक मिला है। उनका आरोप है कि तिवारी चाहते हैं कि ब्लॉकों के कर्मचारी उनके संगठन से जुड़े और ब्लॉक कार्यालयों में उनके संगठन के बैठने की व्यवस्था की जाए और खर्च का वहन भी ब्लॉक के अधिकारी करें। ऐसा नहीं करने पर वे मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं।

डॉ. शुभा बोलीं- मैं एमबीबीएस तो कैसे बीएमओ नहीं रह सकती

बिल्हा बीएमओ डॉ. शुभा गढ़ेवाल ने बताया कि उनके पति डॉ. शरद गढ़ेवाल पहले बिल्हा के बीएमओ थे। उन्होंने इतना अच्छा काम किया कि बिल्हा ब्लॉक जिले में अव्वल आ गया था। अब उनके खिलाफ लगातार शिकायतें की जा रही हैं। मुझे पद के योग्य नहीं होने की बात करते हुए हटाने की मांग की जा रही है। उन्होंने बताया कि वह एमबीबीएस हैं और कलेक्टर ने उन्हें इस पद पर बिठाया है। एमबीबीएस की डिग्री होने के बाद वह इस पद के लिए कैसे अयोग्य हैं। तिवारी जानबूझकर अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए कुछ भी आरोप लगा रहे हैं।

जांच से बचने का षड़यंत्र: तिवारी

स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष तिवारी का कहना है कि उन्होंने बिल्हा के तत्कालीन बीएमओ डॉ. गढ़ेवाल के खिलाफ शिकायत की है। मामले में कार्रवाई नहीं होने पर 26 फरवरी को धरना देने का ऐलान किया गया है। अब उनके खिलाफ जांच शुरू हो चुकी है। जांच को प्रभावित करने के लिए ही डॉक्टर्स बेवजह आरोप लगा रहे हैं। जांच में सबकुछ साफ हो जाएगा कि कौन कितने पानी में है।

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