बिलासपुर। अमेरिका में फ़सी शहर की बेटी निधिराव को बचाने आज छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के पदधिकासरियों ने एसपी से गुहार लगाई है जबकि निधि ने स्वमं को बचाने के लिए ट्वीट के माध्यम से पहले ही भारतीय विदेश मंत्रालय को पहले ही निवेदन किया हुआ है जिसमे विदेश मंत्रालय निधि को वापस लाने हर संभव प्रयास कर रही है।
ज्ञात हो कि नगर निवासी वी.एन. राव की पुत्री वी. मेहर निधि(28) की शादी विशाखपट्नम में रहने वाले एनआरआई डी. रविशंकर के साथ 2012 में हुआ था लेकिन शादी के एक महीने के अंदर दोनो के बीच विवाद की स्तिथि उत्पन्न होने लगी थी जहाँ पति द्वारा निधि को शारीरिक एवं मानसिक प्रताड़ना दिया जाने लगा और इसी दौरान निधि गर्भवती हो गई थी। दहेज के लालची लड़के व उसके माता-पिता द्वारा निधि के परिवार से समय दर समय पैसो की मांग भी की जाती थी। दो वर्षों तक पति से तालमेल नही बनता देख आत्मनिर्भर बनने हिंदुस्तान आ गई और निधि ने अपनी आगे की पढ़ाई करना शुरू कर दिया। वही जीआरई की कोचिंग प्राप्त कर परीक्षा में सफल होते ही सौभाग्य से अमेरिका में ही एमएस की पढ़ाई करने के लिए कॉलेज में प्रवेश मिल गया जिससे उसे स्टूडेन्ट वीज़ा भी मिल गया। अमेरिका में जब पति के अवैध संबंधों के बारे में निधि को जानकारी मिली तो उसने विरोध किया जिसके बाद पति द्वारा निधि को डराने धमकाने लगा और बालक को बाथटब में डुबोकर मारने का प्रयास भी किया गया घटना के बाद निधि जान बचाकर भाग निकली औए पुत्र को अपने माता-पिता के पास भारत मे रखा। पढ़ाई पूरी करने के बाद निधि को अमेरिका में ही स्वस्थ विभाग में नौकरी मिल गई यह जानकारी उसके पति को लगी तो वह पत्नी के खिलाफ बच्चे को लेकर भागने और तलाक का झूठा मामला लगाकर कानूनी प्रक्रिया में फसा दिया जिसके बाद वहां की अदालत ने निधि और उसके बच्चें का पासपोर्ट जब्त कर लिया। शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान निधि ने वहाँ की इंडियन एम्बेसी गुहार लगाई जिसमे कोई ठोस परिणाम नही मिला देख निधि के माता-पिता और भाई ने प्रधानमंत्री कार्यालय एवं विदेश मंत्रालय में भी गुहार लगाई तथा ट्विटर पर भी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से आग्रह किया परन्तु अबतक कोई सुनवाई नही हुई है।
मामले में आज छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के विशेषपदधिकासरियों ने एसपी आरिफ शेख से मिलकर शहर की बेटी को वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास करने का आग्रह किया है। एसपी कार्यालय में आवेदन देने मुख्य रूप से धर्मजीत सिंह, शहजादी कुरैशी, विशंभर गुलहरे, बृजेश साहू, विकास दुबे, संतोष दुबे, जित्तू ठाकुर के साथ पर्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे