
राजेश साहनी तनाव में थे, ये कोई मानने को तैयार नहीं
जानकारी के मुताबिक, मौके पर पहुंचे अफसरों ने साथी अफसरों से बात की, लेकिन कोई भी यह नहीं मान रहा कि राजेश साहनी किसी भी तरह से तनाव में थे. तनाव जैसी बात अब तक सामने नहीं आई है. क्या उन्हें कोई पारिवारिक परेशानी थी, या कोई और बात थी, मामले की जांच की जा रही है. राजेश साहनी के इस कदम से सभी स्तब्ध हैं. अब तक कोई अधिकारिक जानकारी अधिकारियों द्वारा नहीं दी गई है.
1992 में बने थे पीपीएस, प्रमोट होकर एटीएस तक पहुंचे
राजेश साहनी ने एटीएस में आने के बाद कई बड़े ऑपरेशन में अहम् भूमिका निभाई थी. उन्हें तेजतर्रार अधिकारी माना जाता था. कई आतंकियों को उनके ऑपरेशन के बाद अरेस्ट किया गया. तेजतर्रार राजेश साहनी पीपीएस सेवा में 1992 में आए थे. वह 2013 में एएसपी के पद पर प्रमोट हुए थे. इसके बाद वह एटीएस का हिस्सा बने थे.
