हादसा
मां के शव संग चार दिन तक घर में रहा दिव्यांग बेटा, लोगों से जो बातें कही पढ़कर आंसू रोक नहीं पाएंगे
मां की मौत हो चुकी है यह मानसिक रूप से विक्षिप्त बेटे को पता भी नहीं। वह जो लोगों से कहता रहा उसकी बातें पढ़कर आपकी भी आंखे नम हो जाएंगी।
चार दिन से घर में बुजुर्ग महिला का शव सड़ता रहा। मानसिक रूप से कमजोर बेटा लोगों को इशारा करता हुआ कहता रहा कि उसकी मां न तो कुछ बोल रही है और न ही कुछ खा रही है। बावजूद इसके किसी ने उसका विश्वास नहीं किया। जब घर से बदबू आने लगी तो आसपास के लोगों ने वहां जाकर देखा तो बुजुर्ग महिला मरी हुई थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
पूर्वी अंबर तालाब में सरोज (85) अपने दो बेटों के साथ रहती थी। बड़ा बेटा 60 वर्षीय लाजपत राय मिस्त्री का काम करता है, जबकि 48 वर्षीय दूसरा बेटा देवेंद्र शर्मा उर्फ पिंटू मानसिक रूप से कमजोर है और बीमार रहता है। बताया गया है कि करीब चार दिन पहले लाजपत राय काम से दिल्ली गया था। पिछले दो-तीन से मानसिक रूप से कमजोर पिंटू लोगों को घर आने का इशारा कर रहा था।
वह मां के न बोलने और न खाने की बात इशारे से समझा रहा था, लेकिन किसी ने उसकी बात को गंभीरता से नहीं लिया। बुधवार सुबह को आसपास के लोगों ने महसूस किया कि घर से बदबू आ रही है। पूर्व पार्षद चंद्रप्रकाश बाटा को भी इसकी जानकारी मिली। उसके चंद्रप्रकाश बाटा कुछ लोगों को लेकर घर में घुसे।
अंदर जाकर देखा कि वृद्धा मृत पड़ी है। उसके शव से काफी बदबू आ रही है। इसके बाद पूर्व पार्षद ने गंगनहर कोतवाली पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। इंस्पेक्टर कमल कुमार लुंठी ने बताया की महिला बीमार थी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। महिला के एक बेटा कहीं बाहर गया है। उससे संपर्क कर जानकारी दी गई है।