बिलासपुर….
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के क्षेत्रीय दल जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे बनाने और उसमें बेटा अमित जोगी और बहू ऋचा जोगी के शामिल होने से कोटा विधायक डॉ. रेणु जोगी कांग्रेस में अकेली रह गई हैं। कांग्रेस ने उन्हें इस बार दरकिनार करना शुरू कर दिया है। संकेत यह भी है कि इस बार कोटा से कांग्रेस का नया चेहरा होगा। यदि ऐसा होता है तो डॉ. रेणु जोगी के राजनीतिक भविष्य का क्या होगा। संभवत: वे जकांछ से चुनाव लड़ सकती हैं। हालांकि अभी वह कांग्रेस का पत्ता खुलने का इंतजार कर रही हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद पहली सरकार के मुखिया बने अजीत जोगी ने कांग्रेस से अलग होकर अपना नया राजनीतिक दल जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ बना लिया। उस समय उनकी पत्नी डॉ. रेणु जोगी ने कांग्रेस के साथ रहना ही उचित समझा। पहले इस बात की कवायद थी कि शायद जोगी कांग्रेस, कांग्रेस पार्टी के साथ मिलकर ही चुनाव लड़े। इसलिए इस बात की कोई चिंता न थी कि डॉ. रेणु जोगी का क्या होगा। बदलते राजनीतिक समीकरण में जकांछ ने बसपा और सीपीआई से गठबंधन कर लिया। बहू ऋचा जोगी बसपा के टिकट से अकलतरा से चुनाव लड़ेंगी। मरवाही विधायक अमित जोगी का भी चुनाव लड़ना तय है। अजीत जोगी ने जकांछ, बसपा और सीपीआई महागठबंधन के निर्णय के तहत चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। परिवार में अब तक डॉ. रेणु जोगी का राजनीतिक भविष्य साफ नहीं हुआ है। उधर, कांग्रेस ने भी डॉ. रेणु जोगी से धीरे-धीरे किनारा करना प्रारंभ कर दिया है। कांग्रेस के लिए उम्मीदवारों की जब दावेदारी ली जा रही थी कि ब्लॉक अध्यक्ष ने प्राथमिक तौर पर वर्तमान विधायक की दावेदारी को खारिज कर दिया था। काफी हो हल्ला के बाद उनका नाम प्रत्याशियों के पैनल में आगे बढ़ा। कांग्रेस का रुख देख लगता नहीं कि इस बार कांग्रेस डॉ. रेणु जोगी को टिकट देगी। ऐसे में उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर सवाल उठने लगे हैं। अब जोगी का भी प्रयास है कि उनकी पत्नी उनकी ही पार्टी से चुनाव लड़ें। इस विषय पर दोनों में वार्ता भी चल रही है। डॉ. रेणु जोगी कांग्रेस के निर्णय की प्रतीक्षा कर रही हैं। यदि कांग्रेस टिकट नहीं देगी तो इस बात की प्रबल संभावना है कि डॉ. रेणु जोगी किसी सीट से जकांछ की उम्मीदवार हो जाएं। संभवत: वह सीट कोटा ही हो सकती है।