बिलासपुर/ नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव का कहना है कि बिलासपुर में चुनावी मुद्दों की भरमार है। सीवरेज के गड्ढे किसी से छिपे नहीं हैं। लोग कहते हैं, बिलासपुर में एक पत्थर फेंको, वह जहां गिरेगा, वह किसी न किसी की जमीन होगी।
वे गुरुवार शाम एसईसीएल हेलिपेड में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से गठबंधन नहीं हो पाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं हीरा सिंह मरकाम को प्रणाम करता हूं। उनका यह कहना गलत है कि मेरे कारण गठबंधन नहीं हुआ। उन्होंने खुलासा किया कि गोंगपा प्रेमनगर और प्रतापपुर सीट की मांग कर रही थी। यह संभव नहीं था, क्योंकि वहां हमारे नेता काम कर रहे हैं। उन्हें नाराज करना सही नहीं था। मंत्री अमर अग्रवाल द्वारा इस बार 30 हजार वोटों से चुनाव जीतने के दावे पर सिंहदेव ने कहा कि देखिए… कोई प्रत्याशी नहीं कहता कि वो हार रहा है। पिछले साल वे 15 हजार वोटों से जीते थे। इस बार तो उनके खिलाफ शहर में माहौल है। सीवरेज, पानी, सड़क से लोग परेशान हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भाजपा ने 77 सीटों के प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। अब उनकी पार्टी में बगावत मची हुई है। लोग पार्टी छोड़ रहे हैं। उन्होंने टिकट घोषित करने में जल्दबाजी की। इसलिए उन्हें यह दिन देखना पड़ रहा है। कांग्रेस की ओर टिकट घोषणा में देरी के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी देर नहीं हुई है। 26 अक्टूबर को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक है। वैसे भी मैंने पहले ही बता दिया था कि कांग्रेस नामांकन दाखिले की अंतिम तारीख से पहले टिकट की घोषणा करेगी। सभी सीटों के उम्मीदवारों के नाम 2 नवंबर से पहले घोषित हो जाएंगे।
8 नवंबर तक घोषणा पत्र जारी हो जाएगा
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि 8 नवंबर तक कांग्रेस का घोषणा पत्र जारी हो जाएगा। इसमें कोई कह रहे हैं कि 7 बिंदु होने चाहिए। कोई 9 तो कोई 11 बिंदु के घोषणा पत्र जारी करने का सुझाव दे रहे हैं। मुद्दे बहुत हैं। युवा, महिलाएं, शिक्षा, स्वास्थ्य, किसान, आदिवासी भाइयों। सभी का ध्यान रखकर घोषणा पत्र बनाया जा रहा है।
जोगी-बसपा गठबंधन से कोई फर्क नहीं
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन का प्रदेश के चुनाव में असर के सवाल पर नेता प्रतिपक्ष सिंहदेव ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। राज्य गठन के बाद प्रदेश में तीन विधानसभा चुनाव हुए हैं। 2003 के चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के वोट का प्रतिशत 76, 2009 में 79 और 2013 में 81 था। बसपा का एक अलग वोट है। अब पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी कह रहे हैं कि उनके बिना सरकार नहीं बनेगी तो यह गलत है।
दो तिहाई सीटें जीतने का दावा
सिंहदेव ने प्रदेश की दो तिहाई सीटें जीतने का दावा करते हुए कहा कि इस बार कांग्रेस ही सरकार बनाएगी। मुद्दे के सवाल पर कहा कि आज जनता जागरूक हो चुकी है। उन्होंने भाजपा के 15 साल का कार्यकाल देखा है। चुनाव के समय सरकार की कार्यशैली का ही जनता आंकलन करती है। कांग्रेस हमेशा से जनता के लिए आवाज उठाते आ रही है।
पैनल में कोई ज्यादा फेरबदल नहीं होगा
कांग्रेस की सूची दिल्ली में लटक गई है। एक बार केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होने के बाद भी कुछ सीटों पर सहमति नहीं बनी है… तो क्या यहां से भेजे गए पैनल में कुछ ज्यादा ही बदलाव हो रहा है… इस सवाल के जवाब में सिंहदेव ने कहा कि जिन सीटों पर सिंगल नाम है, वहां किसी तरह का बदलाव नहीं होगा। जिन सीटों पर दो से तीन नामों का पैनल है, उन पर विचार किया जा रहा है। यह भी देखा जा रहा है कि जल्दबाजी में जीतने वाले कंडिडेट टिकट से वंचित न रह जाए।