भारत के 70वें गणतंत्र दिवस पर आज योगगुरु बाबा रामदेव ने हरिद्वार स्थित पतंजलि फेज 1 में 108 फुट ऊंचे विशाल तिरंगे का ध्वजारोहण किया। इस मौके पर आचार्य बालकृष्ण और पतंजलि के करीब 8 हज़ार कर्मचारी और छात्र उपस्थित हुए।
इस दौरान रामदेव ने कहा कि अभी राजनीतिक और आर्थिक आज़ादी मिलनी बाकी है। बाबा रामदेव ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को भारत रत्न मिलने पर बधाई दी है। वहीं बाबा रामदेव ने लोगों की आस्था को देखते हुए जल्द से जल्द भगवान श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण की मांग भी की है।
70 वें गणतंत्र दिवस के मौके पर बाबा रामदेव ने सभी देशवासियों को दिल से शुभकामनाएं दी हैं। बाबा रामदेव का कहना है कि वह इस गणतंत्र दिवस के मौके पर ‘मैं महान तो मेरा देश महान की तर्ज पर’ सभी देशवासियों से आग्रह करते हैं कि वह दो से ज्यादा बच्चे पैदा न करें। क्योंकि दिन प्रतिदिन देश पर आबादी का बोझ बढ़ रहा है।
कहा कि 2019 का चुनाव महासंग्राम है। कोई भी राजनीतिक पार्टी भारत को जातियों में न बांट सके। आज देश को शैक्षिक, आर्थिक, चिकित्सक व अन्य गुलामी से आजादी दिलाने के लिए भी सभी आज के दिन संकल्प लें। बाबा रामदेव ने 2019 चुनाव से पहले भारतीय शिक्षा बोर्ड बनाए जाने की बात भी कही। कहा कि राम मंदिर निर्माण में हो रहे विलंब पर योग गुरु बाबा रामदेव का कहना है कि भगवान श्री राम राजनीतिक मुद्दा नहीं है और न ही यह किसी पार्टी के लिए वोट बैंक है और न ही भगवान राम मजहबी मसला हैं।
राम इस राष्ट्र के स्वाभिमान हैं और इस राष्ट्र में रहने वाले हर व्यक्ति के आचरण भी हैं। भगवान श्रीराम को इस राष्ट्र में सम्मान मिलना चाहिए और जो भी कानूनी प्रक्रिया चल रही हैं, उन्हें जल्द पूरा कर एक भव्य राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए।
पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न दिए जाने पर योग गुरु बाबा रामदेव का कहना है कि मुखर्जी को भारत रत्न मिलने से भारत रत्न भी गौरवान्वित हुआ है। सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति को भारत रत्न देकर सही कार्य किया है। कहा कि पिछले 70 सालों में किसी भी संन्यासी को भारत रत्न नहीं मिला है। कई संन्यासी ऐसे हैं जिन्होंने भारत रत्न पाने के लिए अभूतपूर्व कार्य किए हैं। यह दुर्भाग्य है कि किसी भी संयासी को आज तक भारत रत्न से गौरवान्वित नहीं किया गया है। बाबा रामदेव ने भारत सरकार से आग्रह किया है कि भविष्य में किसी सन्यासी को भी भारत रत्न दिया जाए।