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देशशिक्षा

चेतावनी: केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कोचिंग संस्थान बंद करने को लेकर संबंधित स्कूलों को जारी की चेतावनी…

देशभर में कुकुरमुतों के तरह उग चुके कोचिंग संस्थानों पर सीबीएसई ने लगाम कसने की तैयारी शुरू कर दी है। ये कोचिंग संस्थान धन उगाही का एक अतिरिक्त जरिया बन चुका है। विद्यालय अपने परिसर में कोचिंग संस्थान के नाम पर समानांतर कक्षाएं चला रहे हैं। इंटीग्रेटिड कोर्स भी चलाए जा रहे हैं, जिनके जरिए से सीबीएसई सिलेबस व विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराई जा रही है। ये जानकारी मिलने के बाद बोर्ड ने सख्त रुख अपनाया है और ऐसे स्कूलों को यह प्रोफेशनल गतिविधियां तुरंत बंद करने के निर्देश दिए हैं।

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अगर कोई नहीं मानता है तो उसके विरूध्द बोर्ड के एफिलिऐशन बायलॉज 2018 के मुताबिक कार्रवाई की जा सकती है। सीबीएसई के मुताबिक, किसी भी नाम से प्रोफेशनल उद्देश्य के लिए इस प्रकार की कक्षाएं चलाना बोर्ड के संबद्ध उपनियमों का उल्लंघन है। सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी की ओर से इस संबंध में स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि स्कूल ऐसी ट्यूशन अथवा कोचिंग कक्षाओं को बंद करें, जो स्कूल टाइम टेबल के समांतर हों। इससे स्कूलों की कक्षाओं का टाइम टेबल प्रभावित हो रहा है।

सचिव ने स्कूलों को आरटीई एक्ट 2009 के नियम 28 के मुताबिक, कोई भी शिक्षक खुद को निजी ट्यूशन अथवा निजी टीचिंग में शामिल नहीं कर सकता है। सीबीएसई के एफिलिऐशन बायलॉज 2018 के नियम 14.10 के मुताबिक, किसी स्कूल के परिसर को व्यावसायिक गतिविधि के लिए उपयोग नहीं किया जा सकता है। सीबीएसई को कुछ स्कूलों के संबंध में शिकायतें प्राप्त हुई हैं कि छात्रों अथवा अभिभावकों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के नाम पर गुमराह किया जाता रहा है।

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