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बिलासपुर: निगम के नए परिसीमन ने बड़े-बड़े नेताओं के उड़ाए होश…कांग्रेस से लेकर भाजपा के पार्षद तक दर्ज करा रहे हैं आपत्ति…

बिलासपुर। नगर निगम बिलासपुर के नए सिरे से किए गए परिसीमन ने बड़े-बड़े नेताओं के होश उड़ा दिए हैं। 15 से 20 साल तक एक ही वार्ड के भरोसे अपनी राजनीति चमकाने वाले नेताओं को तगड़ा झटका लगा है। दरअसल, उनके पुराने वार्ड के आधे से ज्यादा हिस्सा बदल गया है। जाहिर है, अधिकांश वोटरों की पहुंच से अब ये नेता दूर हो गए हैं। अलबत्ता, अब ये नेता विरोध के जरिए खिसकते राजनीतिक प्रभाव वाले क्षेत्र को वापस लाने की जुगत कर रहे हैं।

राज्य शासन ने हाल ही में नगर निगम बिलासपुर का दायर बढ़ाते हुए तीन नगरीय निकाय सिरगिट्‌टी, सकरी और तिफरा के अलावा 15 ग्राम पंचायतों को शामिल कर लिया है। इस आशय की अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। अब कलेक्टर डॉ. संजय अलंग ने नगर निगम बिलासपुर का नए सिरे से परिसीमन कर दिया है। इसके तहत अब निगम में 70 वार्ड बनाए गए हैं। बता दें कि इससे पहले निगम में 66 वार्ड थे। नए सिरे से बनाए गए वार्ड पर भी दावा-आपत्ति मंगाई गई है। वार्डों का नक्शा टाउन हॉल के सूचना पटल पर चस्पा किया गया है, जिसे देखते ही नगरीय निकाय की राजनीति करने वाले स्थानीय नेताओं के होश फाख्ता हो गए हैं। इनमें भाजपा से लेकर कांग्रेस के पार्षद और प्रत्याशी भी शामिल हैं। इन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि अब वे कैसे अपनी राजनीति को जिंदा रखेंगे। दरअसल, इस बार 7 से 8 हजार जनसंख्या के हिसाब से वार्ड तैयार किए गए हैं। पुराने वार्डों को इस तरह से तोड़ दिया गया है कि 15 से 20 साल पुराने पार्षदों को भी अपनी कुर्सी खिसकती नजर आ रही है। हर वार्ड में 60 से 70 प्रतिशत वोटरों को चेहरा नया होगा, जो उस वार्ड की राजनीति करने वाले नेताओं को नहीं पहचानते हैं।

चार लोगों ने मनमुताबिक तैयार किया वार्ड

बिलासपुर शहर की राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि महज चार लोगों ने एक स्थान पर बैठकर बिलासपुर नगर निगम के वार्डों का खाका खींच दिया, जिसमें 49 सदस्यीय टीम ने सिर्फ हस्ताक्षर किया है। वार्डों के नक्शे को देखकर कोई भी कह सकता है कि पार्षद चुने जाने के बाद भी नेताओं को लोगों की समस्याएं सुलझाने और संपर्क करने में बड़ी परेशानी होगी। दरअसल, वार्ड को एक वृत्त के बजाय लंबा, तिकोना बना दिया गया है।

शैलेश बोले- चंद लोगों को फायदा पहुंचाने की साजिश

नगर विधायक शैलेश पांडेय का कहना है कि वे बिलासपुर नगर निगम के नए सिरे से किए गए परिसीमन से असंतुष्ट हैं। दो-दिनों से उनके पास कांग्रेस के पार्षद और प्रत्याशी आ रहे हैं। वे आपत्ति जता रहे हैं कि उनके वार्डों को इस तरह से बांट दिया गया, जिससे चंद लोगों को फायदा पहुंचे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एक होटल में बैठकर वार्डों का विभाजन किया गया है। इसमें शामिल लोगों ने भाजपा को फायदा पहुंचाने की साजिश की है। इसलिए इसका मैं हर स्तर पर विरोध करता हूं। पार्षदों और कांग्रेसजनों की आपत्तियों को सीएम भूपेश बघेल तक पहुंचाऊंगा।

सभापति अशोक विधानी ने दर्ज कराई आपत्ति

नगर निगम के सभापति अशोक विधान ने परिसीमन पर गुरुवार को अपनी आपत्ति दर्ज कराई। उन्होंने कहा है कि वार्ड क्रमांक 44 शंकर नगर के पूर्व में शिवरीनारायण रोड पर स्थित स्वास्तिक हॉस्पिटल के बगल वाली रोड से दक्षिण से चलकर महेश यादव के घर होकर सांई सामुदायिक भवन के पास विवेक यादव के घर से होकर स्मृति के घर होकर पूर्णिमा घोष के घर होकर बीआर चंद्रा के घर होकर दुर्गा मंच के सामने तहसीलदार गली को वार्ड क्रमांक 45 शहीद हेमू नगर कॉलोनी वार्ड से वार्ड क्रमांक 44 में शिफ्ट किया गया है, किंतु पूर्व में उक्त गली वार्ड क्रमांक 45 हेमूनगर में शामिल था। वहां के नागरिकों द्वारा उक्त गली को वार्ड क्रमांक 45 में ही रखने की मांग की जा रही है।

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