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छत्तीसगढ़हादसा

पाताल लोक से वापिस धरती पर सकुशल लौटा राहुल, बोरवेल के अंदर 60 फीट की गहराई में बिताए 105 घंटे…

बिलासपुर। जांजगीर–चांपा जिले में पांच दिन, चार रातें बोर के जलस्तर में वृद्धि, गड्ढा खोदने से लेकर टनल बनाने तक पग-पग पर बड़ी-बड़ी चट्टान, इन सभी बाधाओं को दूर करते हुए रेस्क्यू टीम ने दुर्घटनावश बोरवेल के भीतर गिरे 11 साल के बच्चे राहुल साहू को 105 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद आखिरकार सही सलामत बोरवेल से बाहर निकाल लिया गया है।

राहुल को जब टनल के माध्यम से बोरवेल से बाहर लाया गया तो वहां स्ट्रेचर पर लेटा हुआ था और उसे ऑक्सीजन मास्क लगा था। सेना और एनडीआरएफ के जवानों की टीम ने इस कठिन बचाओ ऑपरेशन को अंजाम देते हुए 60 फीट गहरे बोरवेल से राहुल को सकुशल जीवित बाहर निकाला है।

इस कठिन ऑपरेशन को सकारात्मक अंजाम देने के लिए एनडीआरएफ और सेना के जवान लगातार मौके पर जुटे रहे। इसके साथ ही कलेक्टर और एसपी समेत जिला प्रशासन का अमला इस काम में लगातार जुटा रहा। जिस जगह पर यह घटना हुई वह एक बेहद पथरीला इलाका है और 60 फीट की गहराई तक गड्ढा खोदने के साथ-साथ टनल बनाने के काम के दौरान पत्थर की कई चट्टानें बीच में आती रही जिसकी वजह से यह रेस्क्यू ऑपरेशन बहुत लंबा चला।

बता दें कि विगत शुक्रवार को यह बच्चा दुर्घटनावश बोरवेल मैं गिर गया था और 60 फीट की गहराई पर जाकर अटक गया था। इस घटना की सूचना मिलने के बाद पूरा प्रशासनिक अमला अलर्ट हो गया और फिर सीना और एनडीआरएफ की टीम की मदद से एक बड़ा ऑपरेशन चलाने का निर्णय लिया गया जिसके जरिए राहुल को बचाया जा सके। बोरवेल की 60 फीट की गहराई तक पहुंचने के लिए बोरवेल के बाजू से 60 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया और फिर करीब 15 मीटर की टनल बनाकर बोरवेल के पास तक पहुंच बनाई गई। इसके बाद इस पाइप को काटकर राहुल को वहां से बाहर निकाला गया।

105 घंटे बिताने के बाद राहुल को जब बाहर लाया गया तो उसे देखने के लिए लोगों का हुजूम घटनास्थल पर मौजूद था। आसपास के गांवों के हजारों लोग रेस्क्यू स्थल पर लगातार देर रात तक जुटे हुए थे। जैसे ही राहुल को स्ट्रेचर से बाहर निकाला गया और लोगों ने उसकी आंखें खुली देखीं, सभी को बड़ी राहत और खुशी महसूस हुई। लोगों के दिल से निकली दुआओं ने राहुल को बचाने में बड़ी मदद की।

रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एनडीआरएफ टीम के जवान लगातार राहुल का हौसला बढ़ाते रहे। उसे बोरवेल के पाइप के माध्यम से खाने पीने की चीजें लगातार पहुंचाते और उससे बात करते ताकि उसका हौसला बना रहे और वह पूरी तरह सक्रिय रहे।

छत्तीसगढ़ के सबसे लंबे समय तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया के माध्यम से एनडीआरएफ और सेना के जवानों की टीम को बधाई दी है, साथ ही राहुल को भी उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।

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