Advertisement
खेल

टीम इंडिया का वो क्रिकेटर, जिसकी ‘लाश’ तक नहीं मिली, जमीन खा गई, या आसमान निगल गया…

क्रिकेट इतिहास में बहुत कम क्रिकेटर हुए हैं, जिन्होंने क्रिकेट के अलावा अन्य खेलों में भी अपने देश के लिए खेला हो। तमिलनाडु के सी रामास्वामी भी इन क्रिकटर्स में गिने जाते हैं। रामास्वामी भारत के लिए टेस्ट मैच खेलने लेने से पहले टेनिस का प्रतिष्ठित टूर्नामेंट डेविस कप खेल चुके थे। सी रामास्वामी के अलावा और वेस्टइंडीज के राल्फ लीगल ही एकमात्र ऐसे क्रिकेटर हुए, जो टेस्ट क्रिकेट और डेविस कप टेनिस दोनों खेल चुके हैं।

हालांकि एसएम हादी भी यह उपलब्धि हासिल करने के काफी करीब पहुंच गए थे। हादी वर्ष 1936 में टीम इंडिया के 1936 के इंग्लैंड दौरे पर रामास्वामी के साथ गए थे, मगर उन्हें टेस्ट कैप नहीं मिली। सी रामास्वामी 16 जून साल 1896 में मद्रास में जन्मे थे। रामास्वामी को फादर ऑफ साउथ इंडियन क्रिकेट कहा जाता था। सी रामास्वामी 89 साल की आयु में 1985 में मद्रास में अपने घर से लापता हो गए। लापता होने के बाद वह ना तो कहीं दिखाई दिए और ना ही उनका शव मिला। विजडन भी उन्हें ‘डेड’ घोषित कर चुकी है।

बता दें कि, सी रामास्वामी ने 1936 में इंग्लैंड के विरुद्ध 40 वर्ष 37 दिनों की उम्र में अपना टेस्ट डेब्यू किया था। वह सर्वाधिक उम्र में टेस्ट डेब्यू करने वाले भारतीय खिलाड़ियों की सूची में दूसरे स्थान पर हैं। आर जमशेदजी सर्वाधिक उम्र में टेस्ट डेब्यू करने वाले भारतीय खिलाड़ी हैं। उन्होंने साल 1933 में 41 साल और 27 दिन की उम्र में अपना टेस्ट पदार्पण किया था। वैसे सी। रामास्वामी भारत के लिए महज 2 टेस्ट मैचों में हिस्सा ले पाए। इस दौरान उन्होंने 56.66 की औसत से 170 रन स्कोर किए, जिसमें एक अर्धशतक शामिल था। सी रामास्वामी ने 53 प्रथम श्रेणी मैच भी खेले थे, जिसमें उनके नाम पर 28.91 के औसत से 2400 रन दर्ज हैं। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में रामास्वामी ने दो शतक और 12 अर्धशतक लगाए थे।

error: Content is protected !!