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छत्तीसगढ़

आईटी की रेड व चिटफंड पर सियासत: कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर बीजेपी नेताओं की शेयर की फोटो, कहा- पूछता है छत्तीसगढ़…

छत्तीसगढ़ में आईटी की रेड और चिटफंड कंपनियों में 6 हजार करोड़ के घोटालों को लेकर सियासत चल रही है। भारतीय जनता पार्टी आयकर विभाग की कार्रवाई में 200 करोड़ रुपये के बेनामी लेन-देन, 9.50 करोड़ रुपये कैश और 5 करोड़ की गोल्ड व ज्वेलरी पर भूपेश सरकार पर हमलावर है। जिन कारोबारियों व अफसर के घरों व दफ्तरों में छापा पड़ा उन्हें कांग्रेस पार्टी के नेताओं का करीबी बता रहे हैं। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता ने अब सोशल मीडिया में जिस कारोबारी के घर छापा पड़ा है उसकी भाजपा नेताओं के साथ फोटो शेयर कर प्रदेश की राजनीति को गरमा दिया है।

प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आरपी सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट पर तस्वीर साझा कर कहा कि ये मुलाकात एक बहाना है… प्यार का सिलसिला पुराना है…। इन तस्वीरों के बारे में भाजपा को क्या कहना है? पूछता है छत्तीसगढ़…। आरपी सिंह ने एक दूसरे ट्वीट को पार्ट-2 नाम से शेयर कर कहा- कल कुछ तस्वीरों के सामने आने के बाद भाजपाइयों के मुंह में दही जम गई थी। लेकिन कुछ इसके बाद भी बाज नहीं आए, इसलिए इन तस्वीरों को देख लीजिए। अगर मन भर गया हो तो ठीक है, नहीं तो आगे भी तस्वीरों के सामने आने का सिलसिला जारी रहेगा। आरपी सिंह द्वारा तस्वीरें शेयर करने से यह पता चलता है कि जिस कारोबारी के घर छापा पड़ा, उसका सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं से संबंध हैं।

 

फोटो जारी करने से सच्चाई नहीं छिपेगी: मूणत

पूर्व मंत्री व भाजपा प्रवक्ता राजेश मूणत ने कांग्रेस प्रवक्ता पर पलटवार करते हुए कहा कि- कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता आरपी सिंह ने सूर्यकांत के साथ भाजपा नेताओं के फोटो हैं। स्वाभाविक हैं हम जनप्रतिनिधि हैं, वो मिलने आए हों। लेकिन कांग्रेस पार्टी के मुख्यमंत्री और कांग्रेस स्पष्ट करे कि सूर्यकांत तिवारी के साथ उनके क्या रिश्ते हैं। आयकर विभाग की कार्रवाई में जो दस्तावेज बरामद हुए हैं वो किससे ताल्लुक रखते हैं। हमारी फोटो जारी करने से सच्चाई छिप नहीं सकती। उन्होंने कहा कि सूर्यकांत का कांग्रेस पार्टी से क्या संबंध है मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम बताएं। इससे पहले 5 जुलाई को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने एकात्म परिसर में प्रेस कांफ्रेंस कर सीएम भूपेश बघेल सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इस्तीफा मांगा था। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने 6 जुलाई को बिलासपुर में प्रेस कांफ्रेस कर सीएम की देखरेख में अवैध कारोबार होना का आरोप लगाया था।

ED बताएं CM सर और सीएम मैडम कौन: भूपेश

बुधवार को बिलासपुर से रायपुर लौटने के बाद सीएम भूपेश बघेल ने डॉ. रमन सिंह व भाजपा पर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि सीएम सर कौन हैं… सीएम मैडम कौन हैं… यह ईडी को बताना चाहिए। ईडी के पास केस है। दूसरी बात चिटफंड कंपनियां आम जनता की हजारों करोड़ रुपये लूटकर ले गए। ब्रांड एंबेसडर कौन थे? रमन सिंह, उसके परिवार के लोग, उनका सांसद बेटा… और खूब प्रचार किए। मैं ईडी से निवेदन करता हूं, केंद्र सरकार से आग्रह करता हूं। चिटफंड कंपनियां 6 हजार करोड़ लेकर भागी हैं। हमने संपत्ति खोजा तो 40 करोड़ रुपये मिला है, लेकिन आंकड़ा तो 6 हजार करोड़ का है। इसका मतलब मनी लॉड्रिंग हुई है। इस मामले को ईडी को जांच में लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। क्या रमन सिंह इसके लिए तैयार हैं?

आईटी ने प्रदेश में 30 जगहों पर मारा था छापा

बता दें कि आयकर विभाग ने 30 जून को कोयला-परिवहन और इससे जुड़े व्यवसाय वाले कारोबारियों व सीएमओ दफ्तर में पदस्थ उपसचिव के घर आईटी ने दबिश दी है। आईटी की टीम ने रायपुर, भिलाई, रायगढ़, कोरबा, बिलासपुर, सूरजपुर जिले में 30 से अधिक घर और दफ्तरों में सर्च अभियान चलाया था। आईटी ने रायपुर में सूर्यकांत तिवारी, कोयला व्यवसायी हेमंत जायसवाल, लक्ष्मीकांत तिवारी, ठेकेदार अजय नायडू, ट्रांसपोर्टर रिंटू सिंह, उप सचिव सौम्या चौरसिया सहित इनके कई रिश्तेदारों के यहां छापा मारा था। आयकर विभाग को 200 करोड़ की संपत्तियां, 9.50 करोड़ कैश व 5 करोड़ की गोल्ड व ज्वेलरी मिली है। इस मामले को लेकर छत्तीसगढ़ में भाजपा व कांग्रेस के नेता एक-दूसरे पर पलटवार कर रहे हैं।

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