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छत्तीसगढ़

कोयला कारोबारी सूर्यकांत की बढ़ी मुश्किलें, IT ने बेंगलुरु में कराई एफआईआर, ED की रेड के बाद फरार हैं…

सूर्यकांत तिवारी ने हैरान करने वाला खुलासा किया था। कोयला कारोबारी सूर्यकांत ने दावा किया था कि छत्तीसगढ़ में सत्ता पलट की साजिश रची जा...

छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ताबड़तोड़ कार्रवाई के बीच फरार कोल व्यापारी सूर्यकांत तिवारी की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है। इनकम टैक्स (आईटी) ने भी अवैध वसूली के सरगना सूर्यकांत तिवारी पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। आईटी ने रेड कार्रवाई के 4 माह बाद सूर्यकांत तिवारी के खिलाफ बेंगलुरु में एफआईआर दर्ज किया है। जांच के दौरान सूर्यकांत तिवारी ने अपने मोबाइल को तोड़कर कमोड में फ्लश कर दिया। कई दस्तावेज उन्होंने फाड़ दिए और उसे चबा गए। सूर्यकांत ने मोबाइल में उपलब्ध दस्तावेजों के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक रूप में मौजूद दस्तावेजों से छेड़छाड़ की थी। छत्तीसगढ़ में आईटी और ईडी की कार्रवाई के बाद कई बड़े चेहरे बेनकाब होने की बातें भी कही जा रही है।

छत्तीसगढ़ में आईटी को रेड कार्रवाई के दौरान कोयला कारोबार से अवैध वित्तीय लेन-देन और कुछ अवैध भुगतानों से संबंधित जानकारी मिली थी। इनकम टैक्स विभाग की रिपोर्ट पर बेंगलुरु के कोड़ीगुड़ी थाने में धारा 186, 204, 120-बी और 353 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। सूर्यकांत तिवारी उक्त थाना क्षेत्र के एक होटल के कमरा नंबर 664 में रुका था। जब आयकर विभाग की टीम वहां पहुंच गई थी। उसने भागकर खुद को बाथरूम में बंद कर लिया। बाथरूम की फर्श पर आई फोन पटकर तोड़ा और उसे कमोड में फ्लश करने की कोशिश की। आईटी ने कमोड से आईफोन बरामद किया था। आईटी का कहना है कि छत्तीसगढ़ में कोयले पर अवैध लेवी वसूलने समानांतर व्यवस्था चलाने की आपराधिक साजिश रची गई। ये लोग अवैध और बेहिसाब नकदी की आवाजाही कर रहे थे। इन सभी ने स्वीकार किया था कि ये सूर्यकांत तिवारी के निर्देशों पर ऐसा कर रहे थे। अवैध कमाई अफसरों तक भी पहुंचा है।

200 करोड़ की संपत्ति का खुलासा: आयकर विभाग ने 30 जून को कोयला-परिवहन और इससे जुड़े व्यवसाय वाले कारोबारियों व सीएमओ दफ्तर में पदस्थ उपसचिव के घर आईटी ने दबिश दी थी। आईटी की टीम ने रायपुर, भिलाई, रायगढ़, कोरबा, बिलासपुर, सूरजपुर जिले में 30 से अधिक घर और दफ्तरों में सर्च अभियान चलाया था। आईटी ने रायपुर में सूर्यकांत तिवारी, कोयला व्यवसायी हेमंत जायसवाल, लक्ष्मीकांत तिवारी, ठेकेदार अजय नायडू, ट्रांसपोर्टर रिंटू सिंह, उप सचिव सौम्या चौरसिया सहित इनके कई रिश्तेदारों के यहां छापा मारा था। आईटी को 200 करोड़ की संपत्तियां, 9.50 करोड़ कैश, 5 करोड़ की गोल्ड और ज्वेलरी मिली थी।

साजिश का लगाया था आरोप: दरअसल, छत्तीसगढ़ में आयकर विभाग की रेड के बाद चर्चा में आए सूर्यकांत तिवारी ने हैरान करने वाला खुलासा किया था। कोयला कारोबारी सूर्यकांत ने दावा किया था कि छत्तीसगढ़ में सत्ता पलट की साजिश रची जा रही थी। आईटी ने दवाब बनाया कि सीएम सचिवालय की उप सचिव सौम्या चौरसिया का नाम छापे में जोड़ दूं। उन्हें 40-45 विधायकों की सूची बनाने कहा गया था, ताकि विपक्षी विधायकों के सहयोग से प्रदेश में सरकार बन जाए। महाराष्ट्र के एकनाथ शिंदे की तरह सूर्यकांत को छत्तीसगढ़ का नया मुख्यमंत्री बना दिया जाएगा। सूर्यकांत तिवारी ने कहा था कि आयकर विभाग के अफसरों ने छापा मारकर 3 दिनों तक मुझे सोने नहीं दिया था। मेंटली रूप से टॉर्चर किया था। कानूनी रूप से अपनी लड़ाई लड़ने की बात भी उन्होंने कही थी। इस मामले को लेकर सीएम भूपेश बघेल और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के बीच जमकर सियासी जंग छिड़ी थी।

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