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राजनीति

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में होगा ‘कांग्रेस का तीन दिवसीय अधिवेशन’ कई मुद्दों पर छिड़ेगी चर्चा

अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी के शीर्ष निकाय कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) के स्थान पर इस संचालन समिति का गठन...

कांग्रेस का अधिवेशन अगले साल फरवरी महीने में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में होगा. सूत्रों ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में हुई कांग्रेस संचालन समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, अधिवेशन फरवरी के दूसरे पखवाड़े में होगा. अधिवेशन में कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर खरगे के निर्वाचन पर मुहर लगेगी और फिर नयी कार्य समिति के गठन की प्रक्रिया शुरू होगी. खरगे के अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार संचालन समिति की बैठक हुई.

पिछले महीने पार्टी अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी के शीर्ष निकाय कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) के स्थान पर इस संचालन समिति का गठन किया था. बैठक में खरगे के अलावा पार्टी संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और कई अन्य नेता शामिल थे. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल होने के चलते इस बैठक में भाग नहीं ले सके.

कई मुद्दों पर हुई चर्चा: कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शनिवार को कहा था, ‘कांग्रेस संचालन समिति की बैठक का मुख्य उद्देश्य यह तय करना है कि अधिवेशन सत्र कब होगा और इसे कहां आयोजित किया जाए.’ पार्टी सूत्रों ने बताया कि संचालन समिति की इस अहम बैठक में संगठनात्मक विषयों पर भी चर्चा हुई. खरगे ने बैठक की शुरुआत में संगठन में ऊपर से लेकर नीचे तक जवाबदेही की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि जो लोग अपनी जिम्मेदारी निभाने में अक्षम हैं, उन्हें नए लोगों को मौका देना चाहिए.

तीन दिनों का होगा अधिवेशन: उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी के महासचिव और प्रदेश प्रभारी पहले खुद की जिम्मेदारी सुनिश्चित करें तथा जनांदोलन के संदर्भ में 30 से 90 दिनों के भीतर रूपरेखा तैयार करें. खरगे के कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण करने के शीघ्र बाद कार्यसमिति के लगभग सभी सदस्यों को संचालन समिति का सदस्य बनाया गया था. वहीं, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि फरवरी के दूसरे पखवाड़े में रायपुर में तीन दिवसीय अधिवेशन होगा. इस अधिवेशन में कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. वेणुगोपाल ने यह भी कहा, ‘हमने फैसला किया है कि 26 जनवरी से ‘हाथ से हाथ जोड़ो अभियान’ शुरू करेंगे. दो महीनों तक चलने वाले इस अभियान में हर ग्राम पंचायत और बूथ तक पहुंचेंगे और राहुल गांधी के संदेश वाला पत्र लोगों को सौंपेंगे.

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