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क्राइम

बिलासपुर: हिस्ट्रीशीटर संजू त्रिपाठी हत्याकांड में गिरफ्तारी लगातार जारी, गोली चलाने वाले की मिली पूरी जानकारी…

हिस्ट्रीशीटर और कांग्रेस नेता संजू त्रिपाठी की उत्तर प्रदेश के कुछ सूटर ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। जान से मारने की सुपारी संजू त्रिपाठी के ही पिता और भाई ने दी

बिलासपुर। संजू त्रिपाठी हत्याकांड में एक और गिरफ्तारी हुई है। गिरफ्तार शख्स शूटर गैंग का सहयोगी बताया जा रहा है। खास बात यह है कि पकड़े गए आरोपी से शूटर्स के बारे में पूरी जानकारी पुलिस ने हासिल करने में सफलता पाई है। हत्या कांड में पुलिस में अब तक 18 गिरफ्तारी कर चुकी है। पकड़ा गया आरोपी हत्या के वक्त गैंग के साथ घटना स्थल पर मौजूद था।

14 दिसंबर की सकरी थाना क्षेत्र में ब्रिज के नीचे सुनियोजित तरीके से हिस्ट्रीशीटर और कांग्रेस नेता संजू त्रिपाठी की उत्तर प्रदेश के कुछ सूटर ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। जान से मारने की सुपारी संजू त्रिपाठी के ही पिता और भाई ने दी थी। इस मामले में पुलिस संजू त्रिपाठी के पिता जय नारायण त्रिपाठी, भाई कपिल त्रिपाठी, कपिल की पत्नी सुचित्रा त्रिपाठी, बहन, उसके अन्य रिश्तेदार एवं दोस्तों समेत 18 आरोपियो को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस का दावा है कि सुपारी लेकर हत्या कांड मुख्तार अंसारी गैंग ने अंजाम दिया है। इस मामले में पुलिस शूटर की तलाश कर रही है। इस मामले में पकड़ा गया ईस्टर्न बाजार मुगलसराय निवासी प्रसिन गुप्ता भी इस हत्याकांड में शामिल था।

पुलिस पूछताछ में प्रसिन गुप्ता ने बताया कि करीब 5-6 महीने पहले बनारस निवासी विनय द्विवेदी उर्फ गुरुजी से उसकी बातचीत हुई थी। विनय द्विवेदी ने उसे बोला था कि बिलासपुर जाकर एक काम करना है जिसके एवज में तुमको एक लाख रुपये मिलेंगे। पैसे के लालच में वह 9 दिसंबर को विनय द्विवेदी के साथ बनारस से बस में बैठकर बिलासपुर आया था। बिलासपुर में प्रेम श्रीवास नाम के व्यक्ति ने दोनों को बस स्टैंड से रिसीव किया। इन दोनों को कपिल त्रिपाठी के घर पर ठहराया गया, जहां दानिश अंसारी और एजाज अंसारी पहले से मौजूद थे। 11 दिसंबर को पप्पू दाढ़ी निवासी बनारस भी वहां पहुंच गया। 11 दिसंबर की रात 8:00 बजे कपिल त्रिपाठी ने सभी के साथ मीटिंग की और बताया कि वह अपने बड़े भाई संजू त्रिपाठी से बहुत परेशान है जिसकी हत्या करने की बात उसने कहीं। कपिल त्रिपाठी के पास पिस्टल और 22 कारतूस थे। उसने गोली मारकर संजू की हत्या करने की बात कही।

14 दिसंबर को सभी लोग कपिल त्रिपाठी के घर बैठे थे कि तभी दोपहर 3:00 बजे कपिल त्रिपाठी के बाद किसी का फोन आया। फोन करने वाले ने कपिल त्रिपाठी को बताया कि संजू त्रिपाठी अपने फार्म हाउस से लगभग 3:30 बजे निकलेगा। सूचना के बाद यह सभी लोग अलग-अलग चार गाड़ी में सवार होकर कपिल त्रिपाठी के फार्महाउस से सकरी बाईपास जाने के लिए निकले। प्रसिन गुप्ता अमन गुप्ता की सफेद रंग की स्विफ्ट डिजायर कार चला रहा था, जिस गाड़ी में भरत तिवारी, आशीष तिवारी, राजेंद्र ठाकुर बैठे थे। तो वही नीले रंग की पुरानी बलेनो कार को विनय द्विवेदी उर्फ गुरुजी चला रहा था। बलेनो कार में शूटर्स दानिश, पप्पू दाढ़ी, एजाज उर्फ सोनू कट्टा कारतूस से लैस होकर बैठे थे। सभी लोग सकरी बाईपास में जाकर संजू त्रिपाठी की हत्या करने के इंतजार में थे। तभी दानिश के पास फोन आया कि संजू त्रिपाठी की गाड़ी एमजी हेक्टर सफेद रंग की जिसमें लाल रंग का बोर्ड लगा है आ रही है। करीब 4:10 बजे जैसे ही गाड़ी दिखी तो स्विफ्ट डिजायर को स्पीड ब्रेकर के पास संजूत्रिपाठी की एमजी हेक्टर कार के सामने लाकर खड़ा कर दिया।

जिससे संजू त्रिपाठी की एमजी हेक्टर गाड़ी को रोकना पड़ा। इसी बीच नीले रंग की बोलेरो कार में सवार पप्पू दाढ़ी, दानिश, एजाज उर्फ सोनू और विनय द्विवेदी उर्फ गुरुजी उतरे और गाड़ी को दोनों तरफ से घेरकर फायर करना शुरू कर दिया। चालक तरफ दानिश अंसारी एवं एजाज उर्फ सोनू तथा गाड़ी के बाएं तरफ से पप्पू दाढ़ी और विनय द्विवेदी ने फायरिंग की। पहला फायर दानिश अंसारी उर्फ सोनू ने किया। फायरिंग करने के बाद दानिश अंसारी ने बताया कि संजू त्रिपाठी मर गया है। जिसके बाद सभी अलग-अलग गाड़ियों में बैठकर उत्तर प्रदेश की ओर भाग गए। कुल मिलाकर प्रसिन गुप्ता के पकड़े जाने से घटना की पूरी जानकारी पुलिस को मिल चुकी है। अब पुलिस को बनारस निवासी दानिश अंसारी, एजाज अंसारी उर्फ सोनू, मानिकपुर निवासी विनय द्विवेदी उर्फ गुरुजी और बनारस निवासी पप्पू दाढ़ी की तलाश।

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