रायपुर। आज से नीट- जेईई की ऑनलाइन मुफ्त कोचिंग के लिए स्वामी आत्मानंद कोचिंग की शुरुआत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की है। सीएम बघेल ने घोषणा की है कि जल्द ही राज्य सरकार पीएससी समेत बाकि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन कोचिंग की शुरुआत करने वाली है। ये भी पूरी तरह से ऑनलाइन कोचिंग होगा जिसके सभी विकास खंडों में खोला जाएगा।
फ़िलहाल स्वामी आत्मानंद कोचिंग के माध्यम से छत्तीसगढ़ के छात्रों को नीट-जेईई की तैयारी करवाई जाएगी। यह मुफ्त कोचिंग ऑनलाइन माध्यम से बच्चों को दी जाएगी। प्रदेश के 146 विकासखंड मुख्यालयों समेत चार शहर रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर और कोरबा में कोचिंग सेंटर के माध्यम से प्री-मेडिकल और प्री-इंजीनियरिंग की कोचिंग दी जाएगी।
दसवीं 60% पाने बच्चे ही कर सकेंगे आवेदन
योजना के अनुसार दसवीं में 60% पाने वाले और 12वीं में पढाई करने विद्यार्थियों को कोचिंग ही दी जाएगी। 60% से कम अंक पाने वाले छात्र इसके लिए पात्र नहीं होंगे। कोचिंग राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के माध्यम से प्रदान की जाएगी। इस संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा सभी जिला शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से कोचिंग सेंटर की स्थापना की की गई है साथ ही एडमिशन भी शुरू किया जा चूका है।
ऐसी होगी एडमिशन की प्रक्रिया
12वीं क्लास में पढाई करने वाले छात्र इसमें एडमिशन ले सकेंगे। छात्र अपने नजदीकी सेंटर में जाकर आवेदन कर सकेंगे। आवेदन के दौरान दसवीं की मार्कसीट अनिवार्य होगी। आवेदन के बाद सेंटर परसेंट के अनुसार बच्चों का चयन करेगा। एक सेंटर पर 50 जेईई और 50 नीट के छात्रों का चयन किया जाएगा। जीव विज्ञान और गणित संकाय में अध्ययनरत विद्यार्थी ही पात्र होंगे।
दोपहर 3 बजे से 6.30 चलेगी कोचिंग
यह कक्षाएं शाम 3 बजे से 6.30 बजे तक संचालित होंगी। विद्यार्थियों का नियमित आकलन और शिक्षकों की कक्षाओं के अध्यापन का भी अवलोकन किया जाएगा। योजना के संबंध में पालकों का फीडबैक भी लिया जाएगा। ऑनलाइन कक्षाओं की यह विशेषता रहेगी कि यह टू-वे संवाद रहेगा। विद्यार्थी विषय विशेषज्ञों से प्रश्न पूछ सकेंगे। जेईई और नीट के लिए अलग-अलग कक्षाएं प्रदेश में संचालित आत्मानंद विद्यालय और अन्य विद्यालय में संचालित होंगी।
प्रत्येक कोचिंग केंद्र में भौतिक, रसायन, जीव विज्ञान और गणित विषय के लिए नोडल शिक्षक तथा एक मुख्य नोडल अधिकारी प्रिंसिपल अथवा सीनियर लेक्चरर स्टाफ के नियुक्त किए गए हैं। ऑनलाइन कोचिंग प्रदाता संस्थान विद्यार्थियों के रिपोर्ट कार्ड का विश्लेषण विद्यार्थियों का फीडबैक पालकों का फीडबैक इत्यादि इस कार्यक्रम की सघन मॉनिटरिंग हेतु मॉनिटरिंग अधिकारी भी नियुक्त किया जा रहे हैं।
सभी कलेक्टर्स और DEO को निर्देश जारी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता दिवस के दिन इसका ऐलान किया था। कोचिंग की तैयारी को लेकर प्रदेश के हर जिले के कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। CM के ऐलान के मुताबिक शासकीय स्कूलों के 11वीं, 12वीं के विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाई जानी है।