बिलासपुर। बरसों से शासकीय भूमि पर अवैध रुप से दुकान बनाकर किए गए अतिक्रमण को आज नगर निगम ने जमीदोंज कर दिया। पुराने बस स्टैंड से टैगोर चौक की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग में सड़क से लगी हुई शासकीय जमीन पर अलग-अलग लोगों का कब्जा था, जिस पर दुकाने और अन्य निर्माण किया गया था। आज नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार के निर्देश पर अतिक्रमण शाखा ने कार्रवाई करते हुए 8 दुकानों को तोड़ दिया। इसके अलावा इंडियन काफी हाउस की दीवार को भी तोड़ा गया है, जो अवैध रुप से शासकीय भूमि पर बनाया गया था।
इसके अलावा जीत कांटिनेंटल हाटल के पोर्च वाले हिस्से के फ्लोर और रेलिंग को भी तोड़कर अतिक्रमण मुक्त कराया गया है। मार्ग में मौजूद अन्य अतिक्रमित निर्माण में इंडियन ओवरसीज बैंक संचालित है और दो स्थानों पर एटीएम है,जिसे रिजर्व बैंक आफ इंडिया के गाइडलाइन के तहत खाली करने का समय दिया गया है। बैंक के खाली होते ही शेष अवैध निर्माण को भी हटा लिया जाएगा।
रीसाइकल वाटर गार्डन की अंतिम बाधा भी समाप्त:
नगर निगम ने स्वच्छता, गंदे पानी के सदुपयोग और मेट्रो शहरों के तर्ज पर सड़क में डिवाइडर गार्डन की थीम पर एक इको फ्रेंडली रीसाइकल वाटर गार्डन की योजना पर काम शुरु किया, जिसे पुराने बस स्टैंड चौक से टैगोर चौक तक की शासकीय भूमि पर तैयार किया जा रहा है। पहले इन बेशकीमती शासकीय भूमि पर कई लोगों का अतिक्रमण था, जिसे नगर निगम ने चरणबद्ध तरीके से हटाया और आज 8 दुकान समेत अन्य अतिक्रमण पर कार्रवाई करते हुए अंतिम बाधा को भी समाप्त कर दिया।
गंदे पानी के फिल्टर से गार्डन संवरेगा:
गंदे पानी को फिल्टर उसका सदुपयोग करते हुए हरियाली लाने और गार्डन तैयार करने का यह शहर में पहला प्रोजेक्ट है,ऐसे प्रोजेक्ट देश के बड़े शहरों मुंबई,चेन्नई, कोलकाता और बेंगलुरु जैसे मेट्रो शहरों में है। स्मार्ट सिटी के ड्यूअल पाइपिंग प्रोजेक्ट के तहत ग्रीन जोन बनाया जा रहा हैं जिसके अंतर्गत ज्वाली नाला के गंदे पानी को फिल्टर कर गार्डन और उसके अन्य उपकरणों में इस्तेमाल किया जाएगा। इससे पानी का सदुपयोग होगा, पौधों को पानी देने के लिए टैंकर के पानी की जरुरत नहीं होगी और नागरिकों को सड़क के किनारें मिनी गार्डन की सौगात मिलेगी। रीसाइकल वाटर गार्डन प्रोजेक्ट का फायदा बिलासपुर शहर को स्वच्छता रैंकिंग में मिलेगा। अब तक पानी के रिसाइक्लिंग का कोई ठोस प्रोजेक्ट नहीं होने की वजह से रैंकिंग में इसका असर पड़ता था पर इस प्रोजेक्ट के शुरु होने से बिलासपुर स्वच्छता के वाटर प्लस कैटेगरी में अच्छा नंबर हासिल कर सकेगा। इस प्रोजेक्ट के तहत पचरीघाट के पास एसटीपी का निर्माण जारी है, जहां से पाइप के जरिए गंदे पानी को गार्डन तक लाया जाएगा।