बिलासपुर: सरकंडा थाना क्षेत्र में हुई एक ब्लाइंड मर्डर की घटना में सरकंडा पुलिस और एसीसीयू (एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट) टीम ने महज 8 घंटे के भीतर मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है।
यह घटना मृतक और आरोपी के बीच मामूली विवाद से शुरू हुई, जो बाद में एक जघन्य हत्या में तब्दील हो गई। आरोपी प्रदीप सिंह ठाकुर (उम्र 36 वर्ष), निवासी चिंगराजपारा, सरकंडा, ने अपने साथियों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। हत्या का कारण एक मामूली विवाद था, जो मृतक सत्यनारायण प्रधान के ई-रिक्शा से आरोपी को धक्का लगने के कारण हुआ।
दिनांक 15 अक्टूबर 2024 की सुबह 08:35 बजे, प्रार्थी सूरज प्रधान ने सरकंडा थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसके भाई सत्यनारायण प्रधान को किसी अज्ञात व्यक्ति ने भारी वस्तु से सिर पर वार कर हत्या कर दी है। मृतक का शव चिंगराजपारा के स्कूल के अंदर पाया गया। इस सूचना के बाद पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू की।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने तुरंत मौके का निरीक्षण किया और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए। इस पर, अति. पुलिस अधीक्षक (शहर) उमेश कश्यप, एसीसीयू प्रभारी अनुज कुमार, और सीएसपी सरकंडा सिद्धार्थ बघेल के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी तोपसिंह नवरंग के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई।
पता चला कि मृतक और आरोपी के बीच घटना वाले दिन ई-रिक्शा से धक्का लगने की बात पर विवाद हुआ था। जब पुलिस को सूचना मिली कि मुख्य आरोपी प्रदीप सिंह ठाकुर फरार है, तो उसकी तलाश शुरू कर दी गई। सघन प्रयासों के चलते, पुलिस ने रिपोर्ट के महज 8 घंटों के भीतर प्रदीप सिंह ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान, आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकार किया और बताया कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर सत्यनारायण प्रधान की हत्या की थी।
फिलहाल, पुलिस दो अन्य फरार आरोपियों की तलाश कर रही है और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की उम्मीद है।
सरकंडा पुलिस और एसीसीयू की इस त्वरित कार्रवाई ने अपराधियों को जल्द पकड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पुलिस की यह मुस्तैदी बिलासपुर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के उनके प्रयासों का परिचायक है।
मामले की जांच अभी भी जारी है, और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही घटना की पूरी तस्वीर स्पष्ट हो सकेगी।