बिलासपुर। जिले में धान खरीदी प्रक्रिया की निगरानी और उसमें पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर अवनीश शरण ने अधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित की। इस बैठक में धान खरीदी केंद्रों में हो रही अनियमितताओं पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने बिरकोना धान खरीदी केंद्र में गड़बड़ी और लापरवाही पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से प्रभारी समिति प्रबंधक देवारी लाल यादव, ऑपरेटर प्रियांशु जायसवाल और वर्तमान खरीदी प्रभारी विनोद कुमार यादव को हटाने के साथ-साथ उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने बैठक में स्पष्ट किया कि धान खरीदी राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है, और इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए कि संवेदनशील धान खरीदी केंद्रों की 24 घंटे निगरानी की जाए और जिम्मेदार अधिकारी अपनी ड्यूटी के प्रति सजग रहें। पटवारी और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, जिनकी ड्यूटी नोडल के रूप में लगाई गई है, उन्हें धान खरीदी प्रक्रिया के पूरे समय उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है।
बैठक में बताया गया कि जिले में अब तक 6.27 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। 1,18,143 किसानों ने अपने नजदीकी केंद्रों पर धान बेचा है। कुल धान खरीदी का 71 प्रतिशत उठाव हो चुका है। वहीं, अवैध धान और बिचौलियों के खिलाफ कार्रवाई भी जारी है। अब तक 77 प्रकरणों में 2,976 क्विंटल अवैध धान जब्त किया गया है।
कलेक्टर ने अधिकारियों को हिदायत दी कि वास्तविक किसानों को धान बेचने में किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसानों को राज्य की धान खरीदी योजना का पूरा लाभ दिलाना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके साथ ही दलालों और बिचौलियों पर कड़ी नजर रखने और उनकी गतिविधियों पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए।
कलेक्टर ने डीआरसीएस को निर्देशित किया कि जिस भी समिति में गड़बड़ी पाए जाने की सूचना मिले, वहां के समिति प्रबंधक पर कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने किसानों के रकबे का समर्पण उनकी सहमति से कराने की प्रक्रिया तेज करने को भी कहा ताकि बिचौलियों को इसका अनुचित लाभ न मिले।
समीक्षा बैठक में सहायक कलेक्टर तन्मय खन्ना, एडीएम आर.ए. कुरूवंशी, संयुक्त कलेक्टर मनीष साहू, खाद्य नियंत्रक अनुराग भदौरिया, उपायुक्त सहकारिता मंजू पांडेय और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।