नई दिल्ली, 05 फरवरी 2025 – केंद्र सरकार के नए बजट 2025 में विमानन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ की गई हैं। इनमें ‘उड़े देश का आम नागरिक’ (उड़ान) योजना का विस्तार, हवाई अड्डों के बुनियादी ढांचे का उन्नयन और नए क्षेत्रीय संपर्क मार्गों की स्थापना शामिल हैं। इसी क्रम में, केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के राज्य मंत्री तोखन साहू ने छत्तीसगढ़ के विमानन क्षेत्र के विकास के लिए केंद्र सरकार को एक व्यापक प्रस्ताव प्रस्तुत करने की आवश्यकता पर बल दिया है।
बजट 2025: क्षेत्रीय हवाई संपर्क को बढ़ावा
केंद्र सरकार ने 100 नए आरसीएस (रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम) मार्गों को जोड़ने और 12 नए आरसीएस हवाई अड्डों को चालू करने की घोषणा की है। यह कदम क्षेत्रीय हवाई संपर्क को मजबूत करेगा और छोटे शहरों को देश के प्रमुख हवाई मार्गों से जोड़ने में सहायक होगा। इसके साथ ही, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) और राज्य सरकारों के साथ मिलकर हवाई अड्डों, हेलीपैड और जल ड्रोन के बुनियादी ढांचे को उन्नत करने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
छत्तीसगढ़ के विमानन क्षेत्र के लिए साहू की सिफारिशें
केंद्रीय मंत्री तोखन साहू ने राज्य सरकार से अपील की कि वह बजट 2025 के तहत अधिक से अधिक योजनाओं का लाभ उठाने के लिए केंद्र सरकार को एक समग्र प्रस्ताव प्रस्तुत करे। उनके अनुसार, राज्य और केंद्र सरकार के सहयोगात्मक प्रयास न केवल मौजूदा चुनौतियों को कम करेंगे बल्कि छत्तीसगढ़ में हवाई संपर्क और पर्यटन को भी नई ऊँचाइयाँ देंगे।
उन्होंने विशेष रूप से बिलासपुर हवाई अड्डे के उन्नयन पर जोर दिया, जिसमें रनवे को 3सी से 4सी श्रेणी में विस्तारित करना और रात्रि लैंडिंग सुविधाओं की स्थापना शामिल हैं। इस सुधार से बड़े विमानों का संचालन संभव होगा और यात्री एवं कार्गो सेवाओं की क्षमता बढ़ेगी।
रायपुर हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने की मांग
मंत्री तोखन साहू ने रायपुर हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में विकसित करने की भी पुरजोर वकालत की है। उनका मानना है कि इस कदम से न केवल रायपुर बल्कि पूरे राज्य और पड़ोसी राज्यों के लोगों को भी लाभ होगा।
उन्होंने कहा,
“रायपुर हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय केंद्र में बदलने से यात्रियों को मुंबई और दिल्ली जैसे व्यस्त हवाई अड्डों तक जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इससे छत्तीसगढ़ के व्यापार, पर्यटन और आर्थिक संभावनाओं को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा।”
छत्तीसगढ़ में उड़ान योजना की सफलता और आगे की चुनौतियाँ
उड़ान योजना के तहत जगदलपुर, बिलासपुर और अंबिकापुर हवाई अड्डों को विकसित किया गया है, जिससे अब तक 16 आरसीएस मार्गों पर सफलतापूर्वक उड़ान सेवाएँ संचालित हो रही हैं। इससे 2.31 लाख से अधिक यात्री लाभान्वित हो चुके हैं, जिससे हवाई यात्रा आम जनता के लिए सुलभ हो गई है।
हालाँकि, अब भी कई चुनौतियाँ बनी हुई हैं, जिनमें हवाई अड्डों का बुनियादी ढांचा, रनवे विस्तार और बड़े विमानों के लिए आवश्यक सुविधाएँ शामिल हैं। मंत्री साहू ने आश्वासन दिया है कि इन समस्याओं के समाधान के लिए ठोस कदम उठाए जाएँगे।
बजट 2025 के तहत छत्तीसगढ़ में विमानन क्षेत्र को बढ़ावा देने की संभावनाएँ प्रबल हैं। केंद्र सरकार की नई योजनाएँ और मंत्री तोखन साहू की पहल राज्य के हवाई संपर्क और आर्थिक विकास को नई दिशा प्रदान कर सकती हैं। यदि राज्य सरकार इस अवसर का लाभ उठाकर केंद्र के साथ समन्वय स्थापित करती है, तो छत्तीसगढ़ जल्द ही एक प्रमुख विमानन केंद्र बन सकता है, जिससे पर्यटन, व्यापार और स्थानीय अर्थव्यवस्था को व्यापक लाभ मिलेगा।