छत्तीसगढ़, कोरबा— परीक्षा में अपेक्षा से कम अंक आने की पीड़ा ने एक 14 वर्षीय छात्रा की जान ले ली। कोरबा जिले के बालको नगर क्षेत्र की रहने वाली जानवी राजपूत, कक्षा 9वीं की छात्रा थी, जिसने हाल ही में अपने वार्षिक परीक्षा में 78 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। ये प्रतिशत किसी भी औसत मानक से कम नहीं कहे जा सकते, लेकिन जानवी की उम्मीदें इससे कहीं अधिक थीं। जब अपेक्षाएं टूटीं, तो वह उस मानसिक दबाव को झेल नहीं सकी और फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
“पढ़ाई के दबाव में टूटा मासूम हौसला: 9वीं में 78% लाने वाली जानवी ने की आत्महत्या, इस घटना ने समाज की परीक्षा व्यवस्था और सोच पर उठाए गंभीर सवाल”…

By अखलाख खान
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