बिलासपुर। सोशल मीडिया पर रील बनाकर हथियार लहराने, धमकी देने और आम लोगों में डर का माहौल पैदा करने वाले आरोपियों के खिलाफ बिलासपुर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने लुट्टू पांडेय, शिवम मिश्रा, लक्की यादव, शैलेश चौबे और शंभू यादव को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से एक रिवॉल्वर, एक एयर गन, एक चाकू, एक बेसबॉल स्टिक और एक बुलेट बरामद की है।
ये सभी आरोपी सोशल मीडिया पर बार-बार हथियारों के साथ रील बनाकर अपनी “गुंडागर्दी” का प्रचार कर रहे थे। वीडियो में धमकी भरे बोल और खतरनाक हथियारों का प्रदर्शन कर ये लोग आम नागरिकों में भय फैलाने की कोशिश करते थे। पुलिस के अनुसार, इनका उद्देश्य खुद को अपराधी चरित्र के रूप में स्थापित करना और समाज में असुरक्षा का माहौल बनाना था।
पुलिस की रणनीति और गिरफ्तारी
बिलासपुर पुलिस ने लंबे समय से इन आरोपियों की गतिविधियों पर नज़र रखी हुई थी। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी बार-बार अपनी लोकेशन बदल रहे थे और उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर, बनारस तथा इलाहाबाद जैसे शहरों में छिपते फिर रहे थे।
पुलिस की विशेष टीम ने तकनीकी इनपुट और स्थानीय सूत्रों की मदद से इन्हें ट्रैक किया और रतनपुर क्षेत्र के पास घेराबंदी कर सभी को गिरफ्तार किया।
गंभीर अपराधों में पहले से लिप्त
आरोपियों के विरुद्ध पहले से कई गंभीर आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। इनमें हत्या के प्रयास, अवैध हथियारों का उपयोग, नशे का कारोबार और संगठित अपराध शामिल हैं। उनके खिलाफ निम्न अपराध दर्ज हैं —
- अप.क्र. 1100/2025 — धारा 296, 331, 324(4), 351(2), 191(2) बीएनएस
- अप.क्र. 1199/2025 — धारा 296, 115(2), 351(2), 3(5), 49, 111 बीएनएस, 25, 27 आर्म्स एक्ट
- अप.क्र. 1227/2025 — धारा 21, 22, 29 एन.डी.पी.एस. एक्ट
इन अपराधों में घर में घुसकर मारपीट करना, चाकू से हमला करना, नशे का अवैध कारोबार चलाना और दहशत फैलाने जैसी गतिविधियाँ शामिल हैं।
सिविल लाइन क्षेत्र से और हथियार बरामद
इसी कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए थाना सिविल लाइन पुलिस ने लुट्टू पांडेय की निशानदेही पर उसके साथियों अविनाश बोरकर उर्फ दद्दू और सुमित महाजन को भी गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से एक और पिस्तौल जब्त की गई है। दोनों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
एसएसपी की सख्त चेतावनी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने कहा —
“जिन्हें गुंडागर्दी का शौक है, वे गुंडागर्दी छोड़कर मेहनत करें। अपने परिवार और समाज के लिए उपयोगी बनें। डॉन बनने की कोशिश करने वाले यह समझ लें कि ऐसी ज़िंदगी का अंत जेल में होता है। ऐसे तत्वों पर पुलिस की सख्त नज़र है और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।”
संपत्ति जब्ती की तैयारी
पुलिस ने बताया कि इन बदमाशों के गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की पहचान की जा रही है। साथ ही, इनके परिवारों और सहयोगियों द्वारा अवैध रूप से अर्जित संपत्तियों की पहचान कर उन्हें जप्त करने की कार्यवाही शुरू की जा रही है।
बिलासपुर पुलिस की यह कार्रवाई एक स्पष्ट संदेश देती है — सोशल मीडिया पर “गुंडा छवि” बनाना अब भारी पड़ेगा। पुलिस अब वर्चुअल दुनिया में फैलाए जा रहे भय और अपराधी प्रचार पर भी सख्त निगरानी रख रही है।



