हर बीमारी का एक ही इलाज है पानी. पानी बॉडी के हर टॉक्सिंस को बाहर निकाल देता है।पहले के समय में लोग तांबे के जग या लोटे में पानी पीते थे और इसी वजह से उनके शरीर से हर तरह की बीमारियां कोसों दूर रहती थी.तांबे में मौजूद तत्व मानव शरीर को अंदर से सही रखता है. पर क्या आप जानते हैं कि पानी पीना का सही तरीका भी होता है।कहा भी जाता है कि पानी हमेशा बैठ कर ही पीना चाहिए. चाहे आप कितने भी व्यस्त क्यों न हों, पानी पीने के लिए 2 मिनट तो बैठ ही जाना चाहिए. खडे़ होकर पानी पीने से इसका सीधा असर घुटनों पर पड़ता है।बदलते जमाने के अनुसार आजकल तो सभी बोतल से ही पानी पीना पसंद करते हैं, और वो भी प्लास्टिक की बोतल से. पर वो ये नहीं जानते कि ऐसा करने से वो कई बीमारियों को अपने अंदर इकट्ठा कर रहे हैं।प्लास्टिक के बोतल से पानी पीना कैंसर की वजह हो सकता है।प्लास्टिक की बोतल जब धूप में गर्म होती है तब प्लास्टिक में मौजूद केमिकल का रिसाव शुरू हो जाता है और यह पानी में घुलकर हमारे शरीर को नुकसान पहुंचता है।बोतल से पानी पीने से इंसान की स्मरण शक्ति पर बुरा असर पड़ता है।बोतल को बनाने के लिए बाइसफेनोल ए का प्रयोग किया जाता है जिसका पेट पर भी बुरा असर पड़ता है. पाचन क्रिया प्रभावित होती है और इससे कब्ज और गैस की समस्या भी हो सकती है।