अमरीका के न्यूजर्सी में एक महिला को अपने पति से जुड़वां बच्चों का गुजारा भत्ता मांगना उस वक्त महंगा पड़ गया जब डीएनए टेस्ट में पता चला कि जुड़वां बच्चों में से एक ही बच्चा उसके पति का है जबकि दूसरे का पिता कोई अन्य शख्स है।
न्यूजर्सी के पैसिक काउंटी की एक महिला ने अपनी दो साल की जुड़वां बच्चियों के लिए पति से गुजारा भत्ते की मांग करने के वास्ते अदालत का दरवाजा खटखटाया था।
अदालत ने जनवरी 2013 में जन्मीं इन बच्चियों का डीएनए टेस्ट कराने के आदेश दिए। बेहद चौंका देने वाले टेस्ट के नतीजों में पता चला कि महिला का पति जुड़वां बच्चों में से केवल एक का ही पिता है जबकि दूसरी बच्ची का जैविक पिता कोई और शख्स है।
रिपोर्ट के बाद पैसिक काउंटी सुपीरियर कोर्ट के जज सोहेल मोहम्मद ने महिला के पति को केवल अपने बच्चे के लिए गुजारा भत्ता देने का आदेश दिया है।
महिला ने अदालत में पूछताछ के दौरान यह स्वीकार किया कि उसने एक सप्ताह के भीतर दो लोगों के साथ संबंध बनाए थे लेकिन वह अभी तक यहीं समझती थी कि दोनों बच्चे उसके पति के ही हैं।