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छत्तीसगढ़ज़िला प्रशासनबिलासपुर

लोक सुराज दल को बहतराई की महिलाओं ने घंटो बनाया बंधक

बिलासपुर। ग्रामीणों ने बनाया लोक सुराज दल को बंधक, छुड़ाने पहुंची पुलिस बल को काफी मशक्कत करनी पड़ी समझाईश के बाद ग्रामवासियो ने सुराज दल को जाने दिया। गाँव की महिलाओं ने एकता दिखाते हुए वादाखिलाफी के लिए दल को कोसती रही।
ज्ञात हो कि राज्य शासन द्वारा 12 जनवरी से लोक सुराज अभियान के पहले चरण की शुरुआत हुई जिसके तहत आज सकरी तहसील अंतर्गत ग्राम बहतराई में लोक सुराज अभियान दल जब बहतराई पहुंचा तो ग्रामवासियो ने अपनी अपनी समस्याओ के समाधान को लेकर सुराज दल को बंधक के रूप में बैठा कर समस्याएं बताई और पूर्व में लोक सुराज में किये गए वादों को पूरा नही किये जाने एवं वर्तमान की समस्याओं से ग्रसित बहतराई ग्रामवासियो ने गांव के ही पंचायत भवन के मैदान में लोक सुराज अभियान के नोडल अधिकारी, तहसीलदार, सरपंच सहित अन्य साथियों को सार्वजनिक रूप से घेरा कर जाने नही दिया गया। ग्रामीणों ने एक एक कर अपनी अपनी समस्याओं से अवगत कराया और त्वरित निराकरण की मांग करने लगे जिसे देख तहसीलदार लाता उर्वषा ने सकरी पुलिस थाने से बल की मांग की जिसके बाद थाने में तैनात एस आई एवं आरक्षक बहतराई के लिए निकले और गाँव पहुंचे तो पाया कि सुराज दल को ग्रामीणों ने घेरा हुआ है जिसे समझाईश दिए गए परन्तु ग्रामीणों ने अपनी बात कहने की मंशा जाहिर की जिसके बाद पुलिस की मौजूदगी में भी ग्रामीणों ने समस्याओ के समाधान के लिए एक मत से आवाज लगाई। तालाब निर्माण, सड़क, पेंशन, हितग्राहियों के वेतन भुगतान संबंधित समस्याओ के निराकरण करने वादा लिया गया। यही नही वर्ष 2013 के लोक सुराज दल को भी बहतराई ग्रामवासियो ने बंधक बनाया गया था जिसमे प्रशासन की ओर से कई वादे किए गए थे जिसका निदान आज तक नही किया गया है। लोक सुराज के पहले चरण के पहले दिन ही ग्रामीणों द्वारा दल को बंधक बनाए जाने की सूचना अपने ही आप मे प्रशासन, प्रशासन  के नीतियों का खुला विरोध है।

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