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डामर प्लांट हटाओ बीमारी भगाओ नारे के साथ कलेक्टर और एसपी कार्यालय पहुँचे भदौरावासी

बिलासपुर। विकासखण्ड मस्तूरी अंतर्गत ग्राम भदौरा के ग्रामीण डामर प्लांट से परेशान हैं। प्लांट की डस्ट से फसल बर्बाद हो रही है। साथ ही गांव में संक्रामक बीमारी फैल रही है। इससे ग्रामीणों की जान का खतरा बना हुआ है। ग्रामीण भारी संख्या में कलेक्टोरेट पहुंच डामर प्लांट बंद कराने की मांग की है। जबकि गांव के ही एक व्यक्ति ने डामर प्लांट एवं क्रेसर संचालक द्वरा जबरदस्ती घर के ऊपर से विद्युत तार लगाए जाने की शिकायत की है।

मस्तूरी ब्लॉक की ग्राम पंचायत भदौरा से करीब 100 से अधिक ग्रामीण सोमवार को कलेक्टोरेट पहुंचे थे। उनके चेहरों पर चिंता और गुस्सा का भाव साफ झलक रहा था। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में अतुल शुक्ला ने एक डामर प्लांट (हॉट मिक्स प्लांट) की स्थापना की है। जहाँ प्लांट से निकल रही डस्ट से तालाब का पानी प्रदूषित हो गया है। खेतों में लगी फसल बर्बाद हो गई है तथा वायु प्रदूषण के कारण संक्रामक बीमारी फैल रही है। गांव के कुछ परिवार के सदस्य बीमार हो गए हैं। जिससे अब ग्रामीणों की जान खतरे में पड़ गई है। जबकि ग्रामीणों का आरोप है कि प्लांट संचालक शुक्ला ने प्लांट स्थापित करने से पहले ग्राम पंचायत से किसी तरह की अनुमति नहीं ली है। जिसका विरोध करने पर मारपीट करने की धमकी दी जाती है। आरोप है कि वह अपनी ऊंची पहुंच के दम पर प्लांट चला रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि 1 अक्टूबर 2014 को उन्होंने एसपी और क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी को पत्र लिखा था। इसमें पूरी समस्या बताई गई थी, लेकिन तीन साल गुजरने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को चेतावनी है कि यदि प्लांट को बंद नहीं किया गया तो वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। ग्रामीणों के अनुसार शुक्ला वहां पर अवैध चूना-पत्थर की खदान संचालित कर रहा है। कलेक्ट्रेट जनदर्शन के बाद सभी ग्रामीण मामले की शिकायत करने एसपी कार्यालय पहुंचे आवेदन स्वीकार करने के बाद उचित कार्यवाई के लिए संबंधित विभाग जाने की सलाह देकर चलता कर दिया। वही गांव के ही एक व्यक्ति ने आज जनदर्शन में शिकायत की है कि अतुल शुक्ला जो कि डामर एवं क्रेसर प्लांट को संचालित करने के लिए उसके निजी निवास के ऊपर से जबरदस्ती 11हजार वॉल्ट का बिजली तार लगवाया है जिससे प्रताड़ित दयाल दास पात्रे द्वारा विद्युत तार लगाने के पहले मस्तूरी कनिष्ट यंत्री को शिकायत की थी परन्तु उसने द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्यवाई नही की गई। आज आलम यह है कि उक्त विद्युत तार श्री पात्रे के निवास की छत पर टूटकर गिरा हुआ है जिससे उनके घर के बच्चों और परिवार के व्यक्तियों पर जान का खतरा बना हुआ है।

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