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सरकार ने 2 साल पहले ही खत्म कर दी रसोई गैस पर सब्सिडी, सिर्फ 9 करोड़ उज्ज्वला योजना वालों को मिलेगा लाभ…

केंद्र सरकार घरेलू रसोई गैस सिलिंडर पर मिलने वाली सब्सिडी दो साल पहले ही खत्म कर चुकी है। उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त कनेक्शन पाने वाली केवल 9 करोड़ गरीब महिलाओं और अन्य लाभार्थियों के लिए सरकार ने रसोई गैस एलपीजी पर सब्सिडी सीमित कर दी है। देश के पेट्रोलियम सचिव पंकज जैन ने गुरुवार को बताया कि देश में कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद जून, 2020 से रसोई गैस पर कोई सब्सिडी नहीं दी जा रही है।

उन्होंने कहा, अब सिर्फ उज्ज्वला योजना के 9 करोड़ लाभार्थियों को 200 रुपये प्रति सिलिंडर की सब्सिडी दी जा रही है, जिसकी घोषणा मई में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने की थी। बाकी 21 करोड़ से अधिक गैस कनेक्शन धारकों को बाजार दर पर ही गैस सिलेंडर खरीदना होगा। फिलहाल 14.2 किलोग्राम वजन वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 1,003 रुपये है। लेकिन प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के बैंक खाते में प्रत्येक सिलेंडर की बुकिंग के बाद सरकार 200 रुपये की सब्सिडी भेजेगी। इस तरह उनके लिए एक सिलेंडर की प्रभावी कीमत 803 रुपये रह जाएगी।

पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि सब्सिडी को इस तरह डिजाइन किया जाता है कि धीरे-धीरे वो कम हो न कि बढ़े। उन्होंने कहा, रसोई गैस के दाम पिछले छह महीने में 7 फीसदी बढ़े हैं जबकि इसी अवधि में सऊदी सीपी (एलपीजी के दाम तय करने का बेंचमार्क) में 43 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। यही सच्चाई है। हमारी मजबूत नीतियों की वजह से हम अपने उपभोक्ताओं को अंतरराष्ट्रीय बाजार के उतार-चढ़ाव से बचाए रखते हैं।

सरकार ने पेट्रोल पर सब्सिडी 2010 में और डीजल पर 2014 में खत्म कर दी थी। 2016 में केरोसिन पर से सब्सिडी खत्म हुई थी। और अब रसोई गैस से सब्सिडी खत्म हुई है। हालांकि पेट्रोल-डीजल और केरोसिन के उलट रसोई गैस सब्सिडी खत्म करने के लिए कोई आधिकारिक आदेश नहीं जारी किया गया। पिछले एक साल में रसोई गैस का सिलेंडर 103.50 रुपये महंगा हो गया है। जून, 2021 में इसकी कीमत 809 रुपये थी।

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