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छत्तीसगढ़

VIDEO: इंसानों की तरह खोला घर का दरवाजा, किचन में घुसे भालू, फिर किया डिनर…देखें वीडियो

कांकेर शहर में मानों जंगली भालुओं ने कब्ज़ा ही कर लिया है। भालू आये दिन जंगल से बाहर आकर शहर में घूमते फिरते देखे जा रहे हैं। शहर से लगे हुए ग्राम सिदेसर में भालुओं का आतंक से ग्रामीण भी बेहद परेशान हैं। बताया जा रहा है कि जंगली भालू घरों के दरवाजे तोड़कर भीतर अंदर घुस जाते है, तो कभी घर छतपर में चढ़कर घरों को नुकसान पहुंचाते हैं।

भालुओं ने खोला दरवाजा

मिली जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के जिले कांकेर में इन दिनों भालुओ का आतंक बढ़ते ही जा रहा है। जिले के सिदेसर गांव में भालुओं ने एक ग्रामीण के घर का दरवाजा खोलकर अंदर प्रवेश कर लिया। हालांकि शुक्र की बात थी कि उस समय घर पर कोई नहीं था। भालुओं के बस्तियों में घुसने के जानकारी बाकि ग्रामीणों को लगी, तो उन्होंने तत्काल सूचना वनविभाग को दी, लेकिन वन विभाग के अफसर मौके पर नहीं पहुंचे। अब ग्रामीण वन विभाग से बेहद खफा हैं।

चट कर गए राशन

कांकेर के सिदेसर के गांववालों का कहना है कि भोजन की तलाश में भालू अब उनके घरों के अंदर घुस रहे हैं। दो दिन पहले रात के समय भालू दरवाजा खोलकर एक घर में घुसे और राशन को खा गए। भालू अकेले भी नहीं,बल्कि झुण्ड में एक साथ घूम रहे हैं। बीते दिनों भालुओ का दल कांकेर शहर के बीचो बीच चहलकदमी करते देखा गया था। हालाँकि ग्रामीण क्षेत्रों में समस्या अधिक बताई जा रही है।

शहरों में भी करते हैं भालू इवनिंग वाक

दरअसल जंगलो में इंसानो की दखल बढ़ने से जानवर इंसानी बस्तियों का रुख करने लगे हैं। जंगलो से भरे छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के कांकेर शहर में कुछ दिन पहले ही पब्लिक तब अचंभित रह गई,जब भालुओं की पूरी फैमिली जंगल से निकलकर शहर में इवनिंग वाक करने देखी गई थी । शॉपिंग के लिए निकले लोग जंगली भालुओं को देखकर घबरा गए और शहर में हलचल मच गई थी ।भालू जंगलों से निकलकर शहर में घूमते देखे जा रहे हैं। हाल ही में बुधवार को एक वीडियो सामने आया,जिसमे शहर में घनी आबादी के बीच 3 भालू दौड़ते भागते नजर आ रहे हैं।

तेंदुआ भी घूम रहा है

इस साल फरवरी माह में कांकेर शहर में ही आयोजित एक शादी समारोह में मादा भालू अपने दो नन्हे शावकों के साथ पहुंच गई थी और दूल्हा दुल्हन के लिए तैयार किये गए स्टेज पर चढ़ गई थी। बताया जा रहा है कि जंगल से सटे होने के कारण कांकेर शहर में अक्सर जंगली जानवर घुस आते हैं।इसी साल के जुलाई महीने में कांकेर सिटी से लगे हुए ग्राम ठेलकाबोड, छोटेपारा में छोटी पहाड़ी पर एक मादा तेंदुए ने अपने तीन शावकों के डेरा डाल दिया था।

तेंदुए के गांव में घुसने के बाद ग्रामीण डर गए थे.

जिसके बाद स्कूलों और सरकारी दफ्तरों में छुट्टी कर दी गई थी, क्योंकि गांव पहाड़ी के ही पास है । इसके अलावा कांकेर के रामनगर में बीते कई दिनों से तेंदुए के देखे जाने की भी सुचना मिल रही है। बहरहाल कांकेर में पुलिस विभाग और वन विभाग दोनों मिलकर पब्लिक को अपराधियों के साथ ही जानवरो के आतंक से भी सुरक्षित रखने में व्यस्त देखे जा रहे हैं।

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