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छत्तीसगढ़

फिर सख्त नजर आये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हड़ताली कर्मचारियों को दिया 2 सितंबर तक का अल्टीमेटम… देखें वीडियो…

रायपुर। छत्तीसगढ़ में हड़ताल पर चल रहे शासकीय कर्मचारियों से काम पर लौटने की अपील करने के कुछ ही घंटों बाद सीएम भूपेश बघेल एक बार फिर सख्त दिखाई दिए। बुधवार को हिमाचल प्रदेश से लौटने के बाद सीएम भूपेश बघेल हड़ताली कर्मचारियों को सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि कर्मचारी हठधर्मिता छोड़कर काम पर लौट आएं। 2 सितंबर तक लौट आए तो कोई बात नहीं है,नहीं तो आगे सर्विस ब्रेक भी होगा और वेतन काटने की भी कार्रवाई होगी।

सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि कर्मचारी कितने दिनो तक हड़ताल करेंगे, उन्हें अब वापस लौट आना चाहिए। 6 % DA तो पहले ही बढ़ा दिया गया है। उनको हठधर्मिता छोड़कर काम पर लौट आना चाहिए।

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा, कर्मचारी संगठन के नेता मुझसे मिलकर गए हैं, उसके बाद ही हड़ताल की । पहले मिलने आये , तो मैंने कहा, 6 प्रतिशत दे देंगे फिर से काम पर लौट आये। दूसरा गुट भी आया तो मैंने कहा, चलिए काम पर लौटिए । मुझसे मिलकर ही तो हड़ताल पर गए हैं। काम पर लौट जाओं, उसको बाद मिल लेना , इसमें मुझे कोई दिक्कत थोड़े ही है,लेकिन पहले काम पर लौटें तो सही।

इससे पहले बुधवार को ही दोपहर को सीएम भूपेश बघेल ने अपने ऑफीशियल ट्वीटर हेंडल से एक संदेश पोस्ट करते हुए लिखा था कि हड़ताल में शामिल सभी कर्मचारियों से मेरी अपील है कि लोगों की आवश्यकता से जुड़े काम रुक जाने से जनता को असुविधा हो रही है। अत: आप सभी कर्त्तव्यों का निर्वहन करें। सीएम भूपेश बघेल ने लिखा कि हमारी सरकार कर्मचारी हित के लिए सदैव तत्पर है। पुरानी पेंशन योजना उसका एक उदाहरण है। राज्य के वित्तीय संसाधनों को देखते हुए हम कर्मचारी हित में निर्णय लेते रहे हैं, आगे भी लेते रहेंगे।

 

ज्ञात हो कि बीते सोमवार को मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने राज्य के कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के नेताओं को दफ्तर बुलाया था। वहां संसदीय सचिव विकास उपाध्याय की मौजूदगी में मुख्य सचिव और हड़ताली नेताओं के बीच चर्चा हुई है। मुख्य सचिव ने आम जनता की दिक्कतों का हवाला देकर काम पर वापस लौटने की बात कही। हड़ताली कर्मचारी अपनी मांग पर अडिग रहे। इसके कारण से उस दिन बातचीत का कोई हल नहीं निकला था।

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