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स्वास्थ्य

ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस पर जागरूकता कायर्क्रम का आयोजन, साहु समाज महिला मंडल एवं अपोलो अस्पताल के संयुक्त तत्वाधान…

महिलाओं में बे्रस्ट कैंसर जैसे गंभीर बीमारियों के खतरे भी बढ़ाये हैं। साहु समाज महिला मंडल एवं अपोलो अस्पताल द्वारा आयोजित यह कैंसर

बिलासपुर। बदलते वक्त ने जहाॅ स्त्री को हर क्षेत्र में  मौके दिए है वही लाइ्फ स्टाइल के चेंज ने महिलाओं में बे्रस्ट कैंसर जैसे गंभीर बीमारियों के खतरे भी बढ़ाये हैं। साहु समाज महिला मंडल एवं अपोलो अस्पताल द्वारा आयोजित यह कैंसर जागरूकता कायर्क्रम मुख्य रूप से समाज की महिलाओं में इस गंभीर बीमारी के प्रति जागरूकता लाने एवं सुरक्षा के उद्देश्य से किया गया है। महिला मंडल की वरिष्ठ सदस्य एवं इडियन डेटल एशोसियेशन की अध्यक्षा डाॅ दिव्या साहु ने मुख्य वक्ता डाॅ ऐश्वर्या राज कैंसर विशेषज्ञ अपोलो अस्पताल बिलासपुर एवं डाॅ के के साव शहर के वरिष्ठ चिकित्सक का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया।

डाॅ ऐश्वयार् राज ने मुख्य रूप से सेल्फ बे्रस्ट एक्सामिनिशन वकर्शाॅप को लीड किया। उन्होंने बताया अब 20 से 30 वर्ष की महिलाओं में भी ब्रेस्ट कैंसर के मामले बढ़ेे है। एक रिपोटर्  के अनुसार कैंसर के लेटेस्ट टे्र्ंड और डाटा बताते है कि साल 2025 में कैसर के मामले साल 2020 के 13.9 लाख से बढ़कर 15.7 लाख तक पहुंच जाएंगे। बे्रस्ट कैंसर के लक्षणों से लेकर ये कैसे होता है इसकी जांचो और उपचार को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की उन्होने बताया कई मामलों में ऐसा देखा गया है कि लक्षणों की जानकारी न होने के कारण कई महिलाओं में स्थिति खराब होने पर ही वो डाॅक्टर तक पहुंच पाती हैं।

ब्रेस्ट यानी स्तन शरीर का खास हिस्सा होते है स्त्रीयों में स्तन का कायर् अपने उत्तकों से दूध का निमार्ण करना होता है। ये उत्तक सुक्ष्म वाहनियों द्वारा निप्पल से जुड़े होते है। जब स्तन की कोशिकायें नियंत्रण से बाहर होने लगती है उस समय वाहनियों में छोटे सख्त कण जमने लगते है या स्तन के उत्तक में छोटी गांठ बनती है। ये कैंसर के रूप में विकसित होने लगती है।

डाॅ ऐश्वयार् ने स्तन कैंसर के तीन खास लक्षण बताये

1 ब्रेंस्ट में छोटी गांठ या लम्प दिखाई देना।
2 ब्रेस्ट  मे त्वचा में  कोई भी परिवतर्न, त्वचा में जलन, लालीमा आना या त्वचा का सख्त हो जाना।
3 ब्रेस्ट में किसी तरह का सुजन दिखाई देने पर लापरवाही ना बरते।

अपोलो अस्पताल बिलासपुर द्वारा बे्रस्ट सेल्फ एक्सामिनिशन चाटर् वितरित कर विशेषज्ञों के माध्यम से इसे चरणबद्ध तरीके से प्रदशिर्त किया।

डाॅ के के साव ने ये 5 सावधानी बताई

1 ब्रेस्ट फीडिग जरूर कराएं।
2 गभर्निरोधक गोलियां का अधिक सेवन।
3 मोटापे का भी है रोल।
4 धुम्रपान एवं शराब का सेवन।
5 सबसे महत्वपुणर् खराब लाइफस्टाइल।

डाॅ के के साव ने महिलाओं को मैमोग्राम जाॅच कराने की सलाह दी एवं किसी लक्षण के दिखने पर चिकित्सक से परामशर् की सलाह दी। डाॅ ऐश्वयार् राज ने बताया कि स्तन कैंसर के इलाज की आजकल एडवांस मशीने आ गई है। जिनका कोई साइड इफेक्ट नही है। यदि किसी मरीज मे साइडइफेक्ट होता भी है तो यह जल्दी ठीक भी हो जाता है।  जिन मरीजों के कीमोथेरेपी में बाल झड. जाते है, वो भी कुछ समय पश्चात वापस आने लगते है।

साहु समाज के अध्यक्ष तिलक साहु ने समाज की महिलाओं को इस गंभीर बीमारी से जागरूक होने और दुसरो का जागरूक करने का आह्वान किया । बड़ी संख्या में समाज की महिलाएं इस जाकरूकता कायर्क्रम में उपस्थित रही एवं प्रश्नोत्तरी के माध्यम से लाभान्वित हुई।

मंच संचालन समाज की डाॅ श्वेता साव ने किया इस अवसर पर अपोलो द्वारा निःशुल्क शुगर जाॅच की गई एवं पैपस्मेयर एवं मैमोग्राफी जांच की सुविधा न्यूनतम दरों पर उपलब्ध करायी गई।

इस अवसर पर समाज के वरिष्ठ सदस्य विनोद साहु ने अपोलो हाॅस्पिटल बिलासपुर एवं महिला मंडल द्वारा आयोजित इस कायर्क्रम की सराहना की। डाॅ शंकुतला वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ ने समाज की महिलाओं को नियमित रूप से जांच कराने की सलाह दी। इस अवसर पर लगभग समाज की 200 महिलाएं निःशुल्क परामशर् एवं जांच से लाभान्वित हुई । डाॅ के के साव ने अपोलो प्रबंधन से इस प्रकार के जागरूकता कायर्क्रमों को भविष्य में भी आयोजित करने की गुजारिश की।

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