बिलासपुर, 13 सितंबर 2024: तोरवा थाना क्षेत्र में घटित एक सनसनीखेज हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। चार लाख रुपये की सुपारी देकर अपने पति की हत्या कराने वाली महिला समेत पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस अपराध का मुख्य आरोपी महिला का प्रेमी था, जिसने अपने साथियों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया।
13 सितंबर 2024 को तोरवा थाना प्रभारी राहुल तिवारी को सूचना मिली कि ग्राम ढेंका बाईपास रोड के पास एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा है। पुलिस टीम मौके पर पहुंची, जहां एफएसएल टीम और उच्च अधिकारियों की मौजूदगी में जांच शुरू की गई। शव की पहचान मृतक के ससुरालवालों ने 37 वर्षीय देवेंद्र बनर्जी के रूप में की, जो दुलदुला थाना, सिमगा, जिला बलौदा बाजार के निवासी थे।
प्रारंभिक जांच से स्पष्ट हुआ कि किसी धारदार हथियार से मृतक की हत्या की गई थी। शव पर गंभीर चोटों के निशान थे, जिससे मामला हत्या का प्रतीत हो रहा था। जांच के दौरान पुलिस को संदेह हुआ कि यह मामला व्यक्तिगत दुश्मनी या पारिवारिक विवाद का हो सकता है।
अवैध संबंध बना हत्या का कारण:
पूछताछ में पुलिस को चौंकाने वाली जानकारी मिली। मृतक की पत्नी, अंजली घृतलहरे उर्फ नैना के अपने प्रेमी दीपक महिलेश्वर से अवैध संबंध थे। मृतक देवेंद्र बनर्जी अक्सर अपनी पत्नी के साथ झगड़ा करता और उसे प्रताड़ित करता था। इस प्रताड़ना से तंग आकर अंजली ने अपने प्रेमी दीपक के साथ मिलकर पति की हत्या की साजिश रची।
हत्या की योजना और सुपारी:
अंजली ने अपने पति को मारने के लिए दीपक को चार लाख रुपये की सुपारी देने की पेशकश की। दीपक ने अपने दोस्त विक्की लहरे, अनिल रजक और अपने भाई कमल महिलेश्वर को इस साजिश में शामिल किया। योजना के अनुसार, सभी आरोपियों ने मिलकर सर्जिकल ब्लेड (scalpel) से मृतक के गले पर वार किया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
गिरफ्तारी और जांच:
पुलिस ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम हैं:
- 1. दीपक महिलेश्वर उर्फ रवि (25 वर्ष)
- 2. कमल महिलेश्वर (21 वर्ष)
- 3. अनिल रजक (22 वर्ष)
- 4. विक्की लहरे उर्फ मक्खी (22 वर्ष)
- 5. अंजली घृतलहरे (30 वर्ष)
सभी आरोपी बलोदाबाजार भाटापारा जिले के डिहुपारा सिमगा क्षेत्र के निवासी हैं। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त सर्जिकल ब्लेड, मोटरसाइकिल और मोबाइल फोन को भी बरामद किया है।
पुलिस की सराहनीय भूमिका:
इस जघन्य हत्या की गुत्थी सुलझाने में तोरवा थाना और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट (ACCU) की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही। पुलिस अधीक्षक ने सभी पुलिसकर्मियों की सराहना करते हुए उन्हें शाबाशी दी और कहा कि उनकी तत्परता और जांच की दक्षता के कारण यह ब्लाइंड मर्डर का मामला जल्द ही सुलझा लिया गया।
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