
बिलासपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में अपराध की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। रविवार देर रात पुराने बस स्टैंड के पास स्थित होटल एमराल्ड में दो गुटों के बीच चाकू और धारदार हथियारों से हिंसक झड़प हुई। घटना में शामिल युवाओं में से कई नशे में धुत थे, जिससे झगड़ा और भी गंभीर हो गया। इस झगड़े के दौरान जमकर मारपीट हुई और होटल का माहौल तनावपूर्ण हो गया।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, दोनों गुटों के बीच विवाद धीरे-धीरे इतना बढ़ गया कि नौबत चाकू और अन्य धारदार हथियारों के इस्तेमाल तक पहुंच गई। नशे में चूर इन युवाओं ने होटल में जमकर उत्पात मचाया। हालात को काबू में लाने के लिए स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, कुछ अन्य प्रमुख और सफेदपोश लोग वहां से भागने में सफल रहे। पुलिस ने हिरासत में लिए गए युवाओं को थाना सिविल लाइन ले जाकर पूछताछ की।
यह पहली बार नहीं है जब इस क्षेत्र में ऐसी घटना हुई हो। कुछ समय पहले ही इसी इलाके में बीयर की बोतल फोड़कर एक युवक की गला काटकर हत्या कर दी गई थी। ऐसी घटनाएं इस क्षेत्र में बढ़ते अपराध और युवाओं में बढ़ती असामाजिक गतिविधियों की ओर इशारा करती हैं। नशे की लत और गुटबाजी की वजह से युवाओं के बीच आपसी संघर्ष अब गंभीर हिंसा का रूप लेने लगा है।
सिविल लाइन पुलिस ने इस घटना के बाद त्वरित कार्रवाई की और आरोपियों को पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन कुछ प्रभावशाली लोग अब भी फरार हैं। पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती इन घटनाओं में शामिल सफेदपोश अपराधियों को पकड़ना और उन्हें कानून के शिकंजे में लाना है।
बिलासपुर जैसे शहरों में बढ़ती हिंसक घटनाएं स्थानीय प्रशासन के लिए चिंता का विषय बनती जा रही हैं। नशे में धुत युवाओं के बीच होने वाले ये संघर्ष समाज में अस्थिरता और भय का माहौल बना रहे हैं। इस तरह की घटनाएं न केवल कानूनी व्यवस्था के लिए चुनौती हैं, बल्कि समाज में बढ़ते अपराधीकरण की ओर भी इशारा करती हैं।