क्राइम

बिलासपुर: सराफा कारोबारी, डॉक्टर, पुजारी समेत 10 लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का एफआईआर दर्ज…

बिलासपुर में रविवार को एक महिला, प्रियंका सिंह (56), द्वारा अपने घर में आत्महत्या किए जाने की घटना सामने आई है, जिसने शहर को हिला कर रख दिया है। आत्महत्या से पहले, प्रियंका ने फेसबुक पर एक लाइव वीडियो किया जिसमें उन्होंने 10 लोगों पर गंभीर आरोप लगाए, जिनमें सराफा कारोबारी, डॉक्टर, रेलकर्मी, पुजारी, ठेकेदार, और अधिवक्ता शामिल हैं। वीडियो में उन्होंने इन व्यक्तियों पर छेड़खानी और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है।

प्रियंका सिंह श्रीकांत वर्मा मार्ग पर रहती थीं और उनके पति रेलवे कर्मचारी हैं। उन्होंने आत्महत्या से कुछ घंटे पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर लाइव आकर अपनी पीड़ा व्यक्त की। उन्होंने कई नामचीन व्यक्तियों पर छेड़खानी, उत्पीड़न और प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए। इनमें सराफा कारोबारी विवेक अग्रवाल, डॉक्टर अजीत मिश्रा, ठेकेदार अश्वनी यादव उर्फ पप्पू, हाई कोर्ट अधिवक्ता दिप्ति शुक्ला और उनके पति अनिल शुक्ला, साईं मंदिर के पुजारी और उनके बेटे के नाम शामिल हैं।

प्रियंका ने वीडियो में स्पष्ट रूप से कहा कि इन लोगों द्वारा उनके साथ बार-बार छेड़खानी और उत्पीड़न किया गया, जिससे वे मानसिक रूप से काफी टूट चुकी थीं। उन्होंने यह भी बताया कि इन व्यक्तियों ने उन्हें सामाजिक रूप से अपमानित करने और परेशान करने के लिए हर संभव प्रयास किया। इसके बाद प्रियंका ने आत्महत्या कर ली।

वीडियो और फेसबुक पोस्ट सामने आने के बाद पुलिस तत्काल प्रियंका के घर पहुंची, जहां उन्होंने प्रियंका का शव पाया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और प्रियंका द्वारा किए गए लाइव वीडियो और पोस्ट के आधार पर जांच शुरू की। पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया है। मामले में नामजद 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस का कहना है कि वे सभी आरोपों की गहन जांच कर रहे हैं और इस मामले को प्राथमिकता से लिया जा रहा है।

प्रियंका सिंह द्वारा आत्महत्या से पहले फेसबुक पर लाइव आना यह दर्शाता है कि मानसिक उत्पीड़न और छेड़खानी से वे कितनी हताश हो चुकी थीं। यह घटना समाज में महिलाओं के प्रति हो रहे उत्पीड़न और दुर्व्यवहार की गंभीरता को उजागर करती है। सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने अपने दर्द को सार्वजनिक किया, जिससे यह मामला और गंभीर बन गया है।

इस घटना ने पूरे शहर में हड़कंप मचा दिया है। पुलिस की प्राथमिक जांच और एफआईआर के बाद अब सभी आरोपियों से पूछताछ की जाएगी। एसपी ने कानून के अनुसार, सभी आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस द्वारा इसे तेजी से सुलझाने की कोशिश की जा रही है।

इस घटना ने समाज को आत्मनिरीक्षण करने पर मजबूर किया है कि किस प्रकार महिलाओं के साथ होने वाले दुर्व्यवहार के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाई जाए और ऐसी घटनाओं को रोका जाए।

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