Wednesday, March 12, 2025
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बिलासपुर: ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर रेलवे अधिकारी से 31.36 लाख की ठगी: जानिए साइबर अपराधियों की नई चाल…

बिलासपुर: ऑनलाइन ट्रेडिंग में बड़ा मुनाफा कमाने का सपना दिखाकर साइबर ठगों ने रेलवे के सहायक कार्यपालन अभियंता (ट्रैक मशीन) अनिल एक्का से 31.36 लाख रुपये की ठगी कर ली। ठगी की यह वारदात 25 अगस्त 2024 से 23 जनवरी 2025 के बीच हुई, जब व्हाट्सएप के माध्यम से मिस अनन्या स्मिथ नाम की महिला ने उनसे संपर्क किया और उन्हें “Motilal Oswal Institutional Account (MOIA)” नामक एक फर्जी ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए प्रेरित किया।

कैसे हुई ठगी?

शिकायतकर्ता अनिल एक्का, जो रेलवे कॉलोनी, बिलासपुर के निवासी हैं, ने बताया कि अनन्या स्मिथ नामक महिला ने उन्हें एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा, जिसमें 260 से अधिक लोग शामिल थे। इस ग्रुप में खुद को प्रसिद्ध ब्रोकरेज कंपनी मोतिलाल ओसवाल का चेयरमैन बताने वाले रामदेव अग्रवाल नामक व्यक्ति हर शाम ट्रेडिंग टिप्स देते थे।

ग्रुप के अन्य सदस्यों के माध्यम से विश्वास जीतने के लिए पहले कुछ लाभ भी दिखाए गए। इसके बाद, फर्जी कस्टमर केयर अधिकारियों ने विभिन्न बैंक खातों में पैसे जमा करने को कहा, जिससे अनिल एक्का ने बैंक लोन, दोस्तों से उधारी और अपनी बचत से कुल 31.36 लाख रुपये इस फर्जी ट्रेडिंग अकाउंट में जमा कर दिए।

जब उन्होंने अपना निवेश और मुनाफा वापस लेने की कोशिश की, तो अचानक ऐप बंद हो गया और उनके अकाउंट का एक्सेस भी समाप्त हो गया। तब उन्हें अहसास हुआ कि वे एक बड़े साइबर फ्रॉड का शिकार हो चुके हैं।

पुलिस जांच जारी

अनिल एक्का ने तुरंत साइबर थाना, बिलासपुर में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात साइबर अपराधियों के खिलाफ धारा 3(5)-BNS और 318(4)-BNS के तहत मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल, पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और आरोपियों की पहचान के प्रयास जारी हैं।

ऑनलाइन ट्रेडिंग में ठगी से बचने के लिए बरतें सावधानी

इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि साइबर अपराधी किस तरह लोगों को लालच देकर ठगी का शिकार बना रहे हैं। ऑनलाइन ट्रेडिंग में निवेश करने से पहले निम्नलिखित सावधानियां बरतनी जरूरी हैं:

  1. किसी अनजान व्हाट्सएप ग्रुप में न जुड़ें: अगर कोई ट्रेडिंग ग्रुप आपको जोड़ता है, तो पहले उसकी सत्यता जांचें।
  2. बड़ी कंपनियों के नाम पर धोखाधड़ी से बचें: मोतिलाल ओसवाल जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों की आधिकारिक वेबसाइट और कस्टमर केयर से संपर्क करें।
  3. संभावित मुनाफे के झांसे में न आएं: साइबर अपराधी पहले छोटा लाभ दिखाकर बड़े निवेश के लिए प्रेरित करते हैं।
  4. बैंक खातों में सीधे पैसे जमा न करें: आधिकारिक प्लेटफॉर्म के अलावा किसी भी व्यक्ति या कंपनी के खाते में पैसे न भेजें।
  5. अगर ठगी हो जाए तो तुरंत शिकायत करें: साइबर सेल को जल्द से जल्द सूचित करें ताकि अपराधियों को पकड़ने में मदद मिल सके।

ऑनलाइन निवेश आकर्षक हो सकता है, लेकिन इसमें अत्यधिक सतर्कता की जरूरत होती है। साइबर अपराधी हर दिन नए तरीकों से लोगों को ठगने की कोशिश कर रहे हैं। अनिल एक्का के मामले से यह स्पष्ट है कि अधिक रिटर्न के लालच में बिना जांच-पड़ताल के निवेश करना भारी नुकसान पहुंचा सकता है। अतः किसी भी अनजान प्लेटफॉर्म पर निवेश करने से पहले पूरी जानकारी जुटाएं और सतर्क रहें।

(यदि आप किसी साइबर ठगी के शिकार हुए हैं, तो तत्काल राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।)

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