रायपुर। छत्तीसगढ़ में आबकारी घोटाले को लेकर एसीबी (ACB) और आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने संयुक्त रूप से बड़ी कार्रवाई की है। सोमवार सुबह से ही प्रदेशभर में करीब 20 से 25 ठिकानों पर एक साथ दबिश दी गई है। रायपुर, धमतरी, दुर्ग-भिलाई, बिलासपुर सहित कई जिलों में चल रही इस छापेमारी ने प्रशासनिक और कारोबारी गलियारों में हड़कंप मचा दिया है।
सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई आबकारी विभाग से जुड़े एक बड़े घोटाले की जांच के तहत की जा रही है। ACB और EOW की संयुक्त टीमों ने आबकारी विभाग के कई अधिकारियों और कारोबारियों के ठिकानों पर छापा मारा है। इस दौरान दस्तावेजों की जांच के साथ-साथ डिजिटल उपकरणों और वित्तीय रिकॉर्ड्स को भी जब्त किया गया है।
भिलाई में कारोबारी अशोक अग्रवाल के घर छापा
इसी कड़ी में इस्पात नगरी भिलाई में स्टील उद्योग से जुड़े व्यापारी अशोक अग्रवाल के आवास पर भी सुबह-सुबह छापा मारा गया। आम्रपाली कॉलोनी स्थित उनके घर को ACB की टीम ने सुबह 4 बजे से ही निगरानी में लिया हुआ था। करीब चार गाड़ियों में पहुंचे अधिकारी और पुलिस बल ने घर की घेराबंदी कर जांच शुरू की। बताया जा रहा है कि अशोक अग्रवाल का नाम आबकारी विभाग से संबंधित लेन-देन और संदिग्ध गतिविधियों में सामने आया है।
कार्रवाई अभी जारी, हो सकते हैं और खुलासे
EOW और ACB की यह कार्रवाई फिलहाल जारी है और संभावना जताई जा रही है कि आने वाले समय में और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह छापेमारी राज्य के आबकारी तंत्र में फैले कथित भ्रष्टाचार और घोटालों को उजागर करने की दिशा में अहम कदम है।
सरकार और एजेंसियों की सख्ती
इस कार्रवाई से स्पष्ट है कि राज्य सरकार और जांच एजेंसियां अब आबकारी विभाग में लंबे समय से चल रहे भ्रष्टाचार पर सख्त रवैया अपना रही हैं। जानकारों का मानना है कि यह छापेमारी सिर्फ शुरुआत है, और आगे और भी बड़े स्तर पर गिरफ्तारियां और पूछताछ हो सकती हैं।