बिलासपुर। शनिवार को न्यू सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और कांग्रेस संगठन पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि उमंग सिंघार के पास न तो अनुभव है, न स्वतंत्र राजनीतिक पहचान — वे सिर्फ कमलनाथ के साये में राजनीति कर रहे हैं। चंद्राकर ने व्यंग्य करते हुए कहा, “उमंग सिंघार कमलनाथ के रिमोट से चलते हैं, परजीवी का कोई अपना दिमाग नहीं होता।”
पूर्व मंत्री ने कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि अब पार्टी पूरी तरह “चाटने और काटने” वाली बन गई है। दिल्ली जाकर एक परिवार की चापलूसी करती है और नीचे आकर अपने ही नेताओं को नीचा दिखाने में लगी रहती है। चंद्राकर ने कहा, “कांग्रेस के नेता जनता के नहीं, दिल्ली के दरबारी बन गए हैं। पार्टी में न ईमानदारी बची है, न विश्वसनीयता।”
कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान पर सवाल उठाते हुए चंद्राकर ने कहा कि अगर कांग्रेस का पहले से संगठन नहीं था, तो इतने सालों तक किसके दम पर पार्टी चल रही थी? उन्होंने आरोप लगाया कि अब कांग्रेस में अनुशासन नहीं, बल्कि “चोर-डकैतों की भरमार” है। चंद्राकर ने अपने पुराने ट्वीट का हवाला देते हुए कहा कि जांजगीर के NSUI जिलाध्यक्ष डकैती की योजना बनाते पकड़े गए थे — यही कांग्रेस का असली चरित्र है।
टी.एस. सिंहदेव पर तंज
टी.एस. सिंहदेव की मुख्यमंत्री बनने की इच्छा पर तंज कसते हुए चंद्राकर ने कहा, “एक दिन का कलेक्टर और एक दिन का आर्मी जैसा हमने सब देखा है। वे आ जाएं तो हम उन्हें विष्णुदेव साय जी की कुर्सी पर एक दिन बैठाकर सम्मानित कर देंगे।”
उन्होंने कहा कि सिंहदेव की हसरत अधूरी रह गई, क्योंकि गांधी परिवार ने उन्हें धोखा दिया। व्यंग्य करते हुए बोले — “अगर उनके राजपरिवार ने कुछ हिस्सा बेचकर गांधी परिवार को दे दिया होता, तो शायद वे मुख्यमंत्री बन जाते। वैसे भी हसरत लेकर ऊपर जाना नहीं चाहिए, उसे पूरा कर लेना चाहिए।”
भूपेश बघेल पर भी वार
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर हमला बोलते हुए चंद्राकर ने कहा कि बघेल ने कहा था कि सभी आदिवासी अरविंद नेताम जैसे हों, लेकिन जब नेताम की बहू पर टिप्पणी हुई तो वे चुप रहे। उन्होंने कहा कि मोहन मरकाम 23 दिन के मंत्री बने और बघेल के करीबी विधायक ही सिंहदेव को “खतरा” बताने लगे थे।
“दीपक बैज को नहीं करने दिया जा रहा काम”
चंद्राकर ने कांग्रेस के अंदरूनी मतभेदों को रेखांकित करते हुए कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को काम नहीं करने दिया जा रहा है। वे सिर्फ नेताओं को मनाने और आपसी झगड़े सुलझाने में ही लगे रहते हैं। वहीं, वरिष्ठ नेता रविन्द्र चौबे के अपमान को भी उन्होंने भूपेश बघेल के इशारे पर बताया।
अंत में चंद्राकर ने कहा कि आज कांग्रेस अपने मूल विचारों से भटक चुकी है। यह अब जनता की नहीं, दरबारी संस्कृति वाली पार्टी बन गई है।


