बिलासपुर जिले में 4 और 5 सितंबर 2024 की रात खनिज विभाग की टीम द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में रेत और अन्य खनिजों के अवैध उत्खनन और परिवहन पर सख्त कार्रवाई की गई। इस सघन जांच अभियान के तहत लोधीपारा, कोनी, सेंदरी, कछार, लोफंदी, मंगला, धुरीपारा, लोखंडी, निरतू, घुटकू, लावर, मस्तूरी, सिरगिट्टी, और चकरभाठा क्षेत्रों में खनिज परिवहन कर रहे वाहनों की गहनता से जांच की गई। इस अभियान का उद्देश्य खनिजों के अवैध उत्खनन और परिवहन को रोकना और प्रदेश में खनिज संसाधनों के दोहन को विनियमित करना था।
मस्तूरी और सिरगिट्टी क्षेत्रों में की गई कार्रवाई
मस्तूरी क्षेत्र में 4 हाईवा ट्रकों को रेत के अवैध परिवहन में संलिप्त पाए जाने पर जप्त कर लिया गया और उन्हें लावर (मस्तूरी) की खनिज जांच चौकी में रखा गया। इसी तरह, सिरगिट्टी और चकरभाठा-तेलसरा क्षेत्र में शासकीय भूमि से खनिज मिट्टी और मुरूम के अवैध उत्खनन और परिवहन की जानकारी मिलने पर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और चकरभाठा पुलिस की सहायता से 4 जेसीबी मशीन और 3 हाईवा ट्रकों को भी जप्त किया गया। इन वाहनों को चकरभाठा पुलिस स्टेशन की अभिरक्षा में रखा गया है।
अवैध खनन के खिलाफ कठोर कदम
इस अभियान के दौरान कुल 11 वाहनों को जप्त किया गया, जिनमें 7 हाईवा और 4 जेसीबी शामिल थे। पिछले एक सप्ताह के दौरान, खनिज विभाग ने अवैध रेत, भसुवा मिट्टी, मुरूम, और ईंट-मिट्टी के उत्खनन और परिवहन में शामिल कुल 17 वाहनों पर कार्रवाई की है। इन वाहनों में 12 हाईवा, 1 ट्रेक्टर, और 4 जेसीबी शामिल हैं, जिन्हें खनिज नियमों के तहत जप्त किया गया और प्रकरण दर्ज किया गया।
कानूनी कार्रवाई और दंड
सभी 17 वाहन चालकों और मालिकों के खिलाफ छत्तीसगढ़ गौण खनिज नियम, 2015 के नियम 71 और खान एवं खनिज (विकास और विनियमन) अधिनियम, 1957 की धारा 21 के तहत प्रकरण दर्ज किए गए हैं। इन पर बिना वैध अभिवहन पास और अनुमति के खनिजों का अवैध उत्खनन और परिवहन करने का आरोप है। यह नियम खनिजों के अवैध दोहन पर सख्ती से रोक लगाता है और इसके उल्लंघन पर कठोर दंड का प्रावधान करता है।
निरंतर अभियान की आवश्यकता
खनिज विभाग की इस कार्रवाई से स्पष्ट है कि राज्य में खनिज संसाधनों के अवैध उत्खनन और परिवहन को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। खनिज विभाग की टीम ने यह सुनिश्चित किया है कि इस तरह की अवैध गतिविधियों पर नजर रखी जाए और समय-समय पर ऐसे सघन जांच अभियान चलाए जाएं। राज्य में खनिजों के संरक्षित और जिम्मेदार उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए इस तरह के अभियान महत्वपूर्ण हैं, जिससे खनिज संसाधनों का उचित संरक्षण हो सके और उनके दीर्घकालिक उपयोग की संभावनाएं बढ़ सकें।
यह कार्रवाई प्रदेश में खनिज विभाग के दृढ़ संकल्प और अवैध खनन पर रोक लगाने की मंशा को दर्शाती है। आगे भी यह अभियान जारी रहेगा और खनिज संसाधनों की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।