छत्तीसगढ़, जशपुर, कुनकुरी, जिले में अवैध कबाड़ के कारोबार के खिलाफ पुलिस की एक बड़ी और महत्वपूर्ण कार्रवाई सामने आई है। पुलिस अधीक्षक (एसपी) शशिमोहन सिंह के नेतृत्व में इस संगठित अपराध पर कड़ी कार्रवाई की गई, जिसमें लाखों रुपये का अवैध कबाड़ और नगदी बरामद की गई है। शुक्रवार सुबह चार बजे शुरू हुए इस छापेमारी अभियान ने जिले के कबाड़ कारोबारियों के साम्राज्य को हिला कर रख दिया।
इस व्यापक अभियान में जिले के पत्थलगांव, कांसाबेल और कुनकुरी क्षेत्रों में पुलिस ने कई कबाड़ियों के गोदामों पर छापेमारी की। इस छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में अवैध कबाड़, धातु, और नगदी बरामद की गई है। इस छापेमारी में पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पुलिस द्वारा पूछताछ की जा रही है।
पत्थलगांव के तीन प्रमुख कबाड़ियों—बिट्टू, सुंदर, और विक्की के गोदामों पर छापेमारी में बड़ी मात्रा में अवैध रूप से जमा किया गया कबाड़ बरामद हुआ। इस दौरान लोहे और अन्य धातुओं के ढेर के साथ-साथ अवैध कबाड़ से भरे दो ट्रक भी जब्त किए गए। यह कार्रवाई उस गुप्त सूचना के आधार पर की गई जिसमें इन कबाड़ियों द्वारा अवैध गतिविधियों में शामिल होने का संकेत मिला था।
कांसाबेल के एक अन्य मामले में पुलिस ने कबाड़ी पूनम साहू के गोदाम पर छापा मारा, जिसमें पीतल और कांसे के सैकड़ों थाल और लोटे मिले। इसके अलावा, इस छापेमारी के दौरान पूनम के पास से 22 लाख रुपये नकद बरामद किए गए। पूनम इस नकदी का वैध दस्तावेज पेश नहीं कर सकी, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले की जानकारी आयकर विभाग को भेज दी है, जिससे आगे की जांच हो सके।
कुनकुरी के गिनाबहार इलाके में कबाड़ी निजाबुल आलम के गोदाम से सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग होने का बड़ा मामला सामने आया। पुलिस को यहां सरकारी सप्लाई वाले झूले और रेलिंग के अवैध सामान मिले। यह मामला सरकारी संपत्ति के दुरुपयोग का एक गंभीर उदाहरण है, जो यह दर्शाता है कि संगठित कबाड़ कारोबार में सरकारी सामानों का भी गलत तरीके से उपयोग किया जा रहा है।
इस पूरे अभियान की सफलता पुलिस की विशेष रणनीति और गुप्त सूचनाओं के सही इस्तेमाल का परिणाम है। एसपी शशिमोहन सिंह ने इस कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जिले में संगठित अपराधों के खिलाफ सख्त अभियान जारी रहेगा। उन्होंने यह भी बताया कि इससे पहले भी मवेशी और गांजा तस्करी जैसे बड़े रैकेटों को ध्वस्त किया गया है, और इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
यह कार्रवाई इस बात का प्रमाण है कि जिले में संगठित अपराधों पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग और अवैध कबाड़ कारोबार पर नकेल कसने के लिए गुप्त सूचनाओं और सुनियोजित छापेमारी का यह सफल उदाहरण है। इस कार्रवाई से यह भी संकेत मिलता है कि अवैध कबाड़ कारोबार से जुड़े संगठित गिरोह जिले में बड़ी मात्रा में सक्रिय हैं, और इन पर कड़ी निगरानी बनाए रखने की आवश्यकता है।
जिले में कबाड़ कारोबारियों पर की गई इस व्यापक कार्रवाई से स्पष्ट है कि प्रशासन अब किसी भी तरह की अवैध गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगा। अवैध धंधे से अर्जित संपत्ति, खासकर सरकारी संपत्ति के दुरुपयोग के मामलों में यह सख्त कदम एक महत्वपूर्ण संदेश है कि कानून का पालन न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज होगी।