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क्राइम

रेड के दौरान IAS के बेटे की मौत! मां बोली- ‘दोषियों की वर्दी उतरने तक बेटे के खून से सने हाथ नहीं धोऊंगी’…

चंडीगढ़ में भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार आईएएस ऑफिसर संजय पोपली के बेटे की गोली लगने से मौत हो गई। इस मामले में पुलिस का कहना है कि उसने आत्महत्या की है। वहीं दूसरी तरफ परिवार ने साजिश का अंदेशा जताया है। जी दरअसल बेटे की मौत से दुखी संजय पोपली ने पंजाब विजिलेंस ब्यूरो (Punjab Vigilance Bureau) पर बड़ा आरोप लगाया है। हाल ही में पोपली ने कहा, ‘मैं अपने बेटे की मौत का चश्मदीद हूं। मेरे बेटे को मेरी आंखों के सामने मारा गया है।’ इसी के साथ आईएएस अधिकारी (IAS Officer Sanjay Popli) ने कहा कि, ‘विजिलेंस की टीम ने उनके बेटे को गोली मारी है। जबकि विजिलेंस ने इस बात से साफ इनकार किया और कहा कि कार्तिक पोपली (Kartik Popli) ने खुद अपने आप को गोली मारी है।’

फिलहाल संजय पोपली बेटे की मौत से काफी सदमे में है और इसी के चलते पोपली बीते शनिवार को अदालत में भी पेश नहीं हुए, जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया और पंजाब विजिलेंस ब्यूरो से कहा कि जब तक पोपली पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हो जाते तब तक वो विजिलेंस की ही कस्टडी में रहेंगे। बता दें कि उनका GMCH-32 में डॉक्टरों की एक स्पेशल टीम इलाज कर रही है। आप सभी को पता हो कि विजिलेंस की टीम आज आईएएस ऑफिसर पोपली के साथ उनके घर पहुंची थी, जहां तलाशी में भारी पैमाने पर सोना, चांदी, कैश, मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद हुए। आपको बता दें कि पंजाब विजिलेंस ने संजय पोपली के आवास से 12 किलो सोना और चांदी बरामद किया है। इसी के साथ टीम ने बताया कि पोपली के घर से 12 सोने के सिक्के, 49 सोने के बिस्कुट, 9 सोने की ईंटें, 3 चांदी की ईंटें, 18 चांदी के सिक्के, 4 आईफोन और 3.5 लाख कैश बरामद किया है। वहीं पंजाब पुलिस की विजिलेंस डिपार्टमेंट ने नवांशहर में सीवेज पाइपलाइन बिछाने के लिए टेंडर को मंजूरी देने के एवज में रिश्वत मांगने के मामले में आईएएस अधिकारी संजय पोपली को गिरफ्तार किया था। इसी के साथ चंडीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह चाहल ने कहा कि, ‘जांच में सामने आया है कि संजय पोपली के 27 साल के बेटे कार्तिक ने ही खुद को गोली मारी है।’

वहीं एसएसपी ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है। इसी के साथ उन्होंने कहा कि घटना में लाइसेंसी पिस्टल का इस्तेमाल किया गया था। वहीं मृतक के एक पारिवारिक मित्र और पड़ोसी ने मीडिया से कहा कि, ‘भ्रष्टाचार के मामले की जांच के संबंध में विजिलेंस डिपार्टमेंट की एक टीम पोपली के घर पंहुची थी। उस दौरान कार्तिक भी वहां मौजूद था।’ दूसरी तरफ पोपली की पत्नी ने मीडिया को बताया, ‘विजिलेंस के अधिकारी हम पर दबाव डाल रहे थे और उन्होंने जो मामला दर्ज किया था उसके संबंध में गलत बयान देने के लिए मेरे घरेलू सहायक तक को परेशान कर रहे थे। मेरा 27 साल का बेटा चला गया। वह एक अच्छा वकील था। उन्होंने उसे मुझसे छीन लिया।’

इसी के साथ अपने बेटे के खून के धब्बे हाथ पर दिखाते हुए पोपली की पत्नी ने कहा, ‘गलत मामला बनाने के लिए उन्होंने मेरा बेटा छीन लिया। कार्तिक पोपली चला गया। मुझे न्याय चाहिए। मैं अदालत जाउंगी। (पंजाब के मुख्यमंत्री) भगवंत मान को इसका जवाब देना होगा। मेरे पति संजय को अदालत में पेश होना था कि विजिलेंस की टीम उनके घर आ धमकी। विजिलेंस की टीम कार्तिक को ऊपर कमरे में ले गई और जब मैं ऊपर गई तो वे मेरे बेटे को मानसिक प्रताड़ना दे रहे थे। हमारे मोबाइल फोन भी ले लिए गए थे। जब तक दोषियों की वर्दी नहीं उतर जाती, मैं बेटे के खून से सने हाथ नहीं धोऊंगी।’

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