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बिलासपुर

बिलासपुर: प्रथम हॉस्पिटल पर लगा किडनी चोरी का आरोप, कलेक्टर और एसपी से शिकायत, दफन लाश को निकाल कर पीएम कराने की मांग…

प्रथम हॉस्पिटल के संचालक डॉ. रजनीश पांडेय की मुश्किलें बढ़ने वाली है, क्योंकि ग्राम सोन लोहर्सी निवासी सोमदास मानिकपुरी ने

बिलासपुर। डॉक्टर से नेता बनने की तैयारी में लगे और विधानसभा की टिकिट पाने की चाह रखने वाले प्रथम हॉस्पिटल के संचालक डॉ. रजनीश पांडेय की मुश्किलें बढ़ने वाली है, क्योंकि ग्राम सोन लोहर्सी निवासी सोमदास मानिकपुरी ने आज बिलासपुर कलेक्टर को प्रथम हॉस्पिटल के खिलाफ़ गंभीर शिकायती पत्र लिखा है। शिकायती पत्र में सोमदास ने हॉस्पिटल के ऊपर आरोप लगाया है की उसके पिता की एक्सीडेंट होने पर उन्हे प्रथम हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां उनका ऑपरेशन किया और दुसरे ही दिन लंबा बिल थमाकर पिता का मृत शरीर दे दिया। आरोप है की अंतिम संस्कार के अंतिम स्नान के वक्त परिजनों ने पिता के पेट के बगल में चार इंच का चीरा लगा होना पाया। जिससे आशंका है की मृतक के शरीर से किडनी निकाला गया है।

दरअसल 14 अप्रैल को सोमदास के पिता और भाई उसके शादी का कार्ड बांटने निकले थें, सावरिया डेरा (सोन) के पास दूसरी तरफ से आ रही तेज रफ्तार स्कार्पियो ने पिता पुत्र के गाड़ी को ठोकर मार दिया। जिससे पिता धरम दास के सर पर गंभीर चोट आई और भाई का पैर टूट गया।

जानकारी मिलते ही उन्हे तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। पर गंभीर चोट को देखते हुए वहां से उन्हे बिलासपुर रेफर कर दिया गया। सोमदास का कहना है की उसने पिता और भाई को स्वास्तिक हॉस्पिटल में भर्ती करवाया पर उचित ईलाज न मिलने के कारण दोनो को उसी रात प्रथम में भर्ती करवाया गया। 15 अप्रैल से पिता और भाई का ईलाज प्रथम हॉस्पिटल में चल रहा था, जिसका हर रोज़ बिल भरना पड़ रहा था। 21 अप्रैल को प्रथम हॉस्पिटल के डॉक्टर रजनीश ने बताया पिता की मृत्यु हो गई है और आप बकाया बिल भरकर शव ले जाओ। सोमदास ने ईलाज का दस्तावेज मांगा और शव के पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टर से कहा,पर डॉक्टर ने न तो ईलाज के दस्तावेज दिए और ना ही पोस्टमार्टम किया।

मृतक के बेटे के अनुसार अंतिम संस्कार की तैयारी के दौरान हल्दी लगाते वक्त पिता के पेट के बगल में करीब चार इंच चीरे का निशान था। जिसे कई लोगों ने देखा पर शोकाकुल होने और कम पढ़े लिखे होने की वजह से उस वक्त इस चीरे पर ध्यान नहीं नही दे पाए और अंतिम संस्कार कर दिया गया। बाद में जब ध्यान आया तब पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने गए पर वहां मामला दर्ज नही किया गया। इससे परेशान सोमदास मानिकपुरी और उसके परिवार के लोगों ने एसपी और कलेक्टर को लिखित में शिकायत कर शव को कब्र से निकालकर पीएम कराने और दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाई करने की मांग की है।

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