बिलासपुर। अक्टूबर को विश्व स्तर पर स्तन कैंसर जागरूकता महीने के रूप में मनाया जाता है, जिसमें लोगों को इस गंभीर बीमारी के बारे में जानकारी दी जाती है। इसी क्रम में, “अपोलो कैंसर सेंटर, बिलासपुर” ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए जागरूकता अभियान की शुरुआत की है। यह अभियान महिलाओं में होने वाले सबसे आम कैंसर – स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाने और स्वस्तन परीक्षण के महत्व को समझाने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है।
गुलाबी रोशनी से रोशन चौराहे और सरकारी कार्यालय
अभियान की शुरुआत के साथ ही, शहर के प्रमुख चौराहों और कलेक्टर कार्यालय को गुलाबी प्रकाश से रोशन किया गया, जो स्तन कैंसर जागरूकता का प्रतीक है। अपोलो कैंसर सेंटर की इस पहल को स्वास्थ्य विभाग, पुलिस प्रशासन, शासकीय और गैर-शासकीय संगठनों से पूरा समर्थन मिल रहा है।
स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता और चुनौतियाँ
डॉ. अमित वर्मा, वरिष्ठ कैंसर सर्जन, ने जानकारी दी कि स्तन कैंसर महिलाओं में सबसे आम प्रकार का कैंसर है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में लगभग 8 में से 1 महिला अपने जीवन में किसी समय स्तन कैंसर से प्रभावित हो सकती है, और यह स्थिति भारत में भी गंभीर होती जा रही है। कैंसर के शुरुआती लक्षणों की पहचान और सही समय पर उपचार के लिए जागरूकता अत्यंत आवश्यक है। यह अभियान उन मिथकों को भी तोड़ने का प्रयास कर रहा है, जैसे कि बायोप्सी से कैंसर फैलता है। डॉ. वर्मा ने स्पष्ट किया कि बायोप्सी कैंसर की पहचान का एकमात्र वैज्ञानिक तरीका है।
10,000 महिलाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य
अपोलो कैंसर सेंटर के यूनिट हेड, अरनब एस राहा, ने बताया कि इस अभियान के तहत, प्रथम चरण में 10,000 महिलाओं को स्वस्तन परीक्षण की जानकारी दी जाएगी। इसके लिए कई कार्यशालाओं और जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इन कार्यशालाओं में महिलाओं को अपने स्तनों की नियमित जाँच कैसे की जाए, इसके बारे में सिखाया जाएगा।
जागरूकता रैली और सामाजिक सहभागिता
अभियान की एक और मुख्य कड़ी विशाल कैंसर जागरूकता रैली रही, जिसका आयोजन अक्टूबर माह में किया गया। इस रैली को पुलिस अधीक्षक आईपीएस रजनेश सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने अपोलो की इस जागरूकता पहल की सराहना की और कैंसर विशेषज्ञों से नियमित रूप से स्तन परीक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया।
इस रैली में शहर के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, जैसे कि **जेपी वर्मा कॉलेज, अटल बिहारी वाजपेई यूनिवर्सिटी, एलसीआईटी, साइंस कॉलेज**, के छात्र-छात्राओं ने भी सक्रिय भागीदारी की। इस आयोजन में एनसीसी और राष्ट्रीय सेवा योजना के कैडेट्स ने भी बड़ी संख्या में हिस्सा लिया।
सामुदायिक कार्यक्रम और कार्यशालाएँ
अभियान के अंतर्गत कई प्रमुख कार्यशालाएँ और सामुदायिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। इनमें मितानिनों और सरकारी स्वास्थ्य संयोजकों के लिए एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन सिम्स मेडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम में हुआ। इस कार्यक्रम में सीएमएचओ डॉ. प्रमोद तिवारी, वरिष्ठ कैंसर सर्जन डॉ. अमित वर्मा और स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ. सोफिया सुल्ताना ने लोगों को संबोधित किया।
इसी तरह, लॉयंस क्लब के संयुक्त तत्वावधान में बिलासा गर्ल्स कॉलेज में एक मेगा कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें 450 से अधिक छात्राओं को स्तन परीक्षण के महत्व के बारे में बताया गया। इसके साथ ही, स्तन परीक्षण पर आधारित एक हिंदी नोटबुक का विमोचन भी किया गया, जिसे लॉयंस क्लब के अध्यक्ष शैलेश बाजपेई ने प्रस्तुत किया।
आस-पास के जिलों में भी जागरूकता का विस्तार
इस मुहिम को सिर्फ बिलासपुर तक सीमित नहीं रखा गया है, बल्कि आस-पास के जिलों में भी जागरूकता फैलाने के प्रयास किए जा रहे हैं। **जांजगीर-चांपा** में अपोलो कैंसर सेंटर और अग्रसेन सेवा समिति के संयुक्त प्रयास से एक विशाल कैंसर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें स्तन कैंसर के शुरुआती संकेतों की पहचान के बारे में जानकारी दी गई।
अपोलो कैंसर सेंटर, बिलासपुर का यह प्रयास एक महत्वपूर्ण कदम है जो महिलाओं को स्तन कैंसर के खतरों और स्वस्तन परीक्षण के महत्व के बारे में जागरूक कर रहा है। इस पहल के तहत विभिन्न कार्यशालाएँ और सामुदायिक कार्यक्रमों का आयोजन कर न केवल बिलासपुर, बल्कि आस-पास के जिलों में भी कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाई जा रही है। इस मुहिम का उद्देश्य न केवल कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करना है, बल्कि उन्हें एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित करना भी है।