स्कॉलरशिप चेक का वितरण और प्रतिभाओं का सम्मान
बिलासपुर। शिक्षा को समाज की तरक्की की नींव मानते हुए बिलासपुर जकात फाउंडेशन ने इस साल भी गरीब और कमजोर तबके के बच्चों की पढ़ाई में मदद का हाथ बढ़ाया। शनिवार, 27 सितंबर 2025 को लखीराम ऑडिटोरियम में आयोजित वार्षिक कार्यक्रम में उन बच्चों को छात्रवृत्ति प्रदान की गई, जो आर्थिक तंगी के कारण अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ने को मजबूर हो जाते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता के. ऐ. अंसारी ने की। मुख्य अतिथि के तौर पर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के आईपीएस अधिकारी एवं डिप्टी आईजी मोहम्मद साकिब उपस्थित रहे। वहीं विशेष अतिथि के रूप में एसईसीएल के डिप्टी जीएम साकिब मोहम्मद, रेलवे के मोहम्मद हुसैन, लूतरा शरीफ कमेटी के अध्यक्ष इरशाद अली, डॉ. मोहसिन सिद्दीकी और डॉ. फरहा खान मंच पर मौजूद थे।
अध्यक्ष के. ऐ. अंसारी ने विभिन्न स्कूलों के प्राचार्यों को बच्चों की वार्षिक फीस का चेक प्रदान किया और कहा—
“यदि समाज के बच्चे पढ़ाई में आगे बढ़ते रहे तो हम एक बेहतर समाज का निर्माण कर सकते हैं।”
मुख्य अतिथि मोहम्मद साकिब ने IIT, NEET, JEE और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हुए छात्र-छात्राओं को स्मृति चिन्ह और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि असफलता से घबराना नहीं चाहिए, बल्कि मेहनत और लगन से हर मंजिल हासिल की जा सकती है।
एसईसीएल के डिप्टी जीएम साकिब हुसैन ने 10वीं और 12वीं में उत्कृष्ट अंक प्राप्त करने वाले बच्चों को सम्मानित किया। वहीं रेलवे के मोहम्मद हुसैन ने बच्चों को मेहनत और अनुशासन के महत्व पर प्रेरक सुझाव दिए।
फाउंडेशन के सदर सरफराज खान पाशा ने कहा—
“कोई भी बच्चा आर्थिक तंगी की वजह से अपनी पढ़ाई बीच में न छोड़े। हमारी कमेटी हर हाल में उनकी मदद करेगी।”
उपाध्यक्ष एम. एन. रिजवान ने शिक्षा को सामाजिक और रूहानी तरक्की का आधार बताया। सचिव आमिर खान ने जानकारी दी कि पिछले 3 सालों में लगभग 300 बच्चों की पढ़ाई में मदद की गई है और आने वाले वर्षों में इस संख्या को और बढ़ाने का लक्ष्य है।
संरक्षक निसार खान ने समिति की गतिविधियों की सराहना की, जबकि वित्त सचिव गौस मोहम्मद सहित मोहम्मद महफूज खान, शौकत अली, सैयद रज्जाक अली, रफीक, यासीन कुरैशी, मोहम्मद इमरान, मोहम्मद मुकीम, मोहम्मद खालिद और अन्य सदस्यों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम योगदान दिया।


