बिलासपुर। बिलासपुर पुलिस ने साइबर ठगी का बड़ा ही दिलचस्प मामले का खुलासा किया है। पूरा मामले का विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थी नितिन जैन निवासी सरकण्डा बिलासपुर जो प्राईवेट कंपनी पुणे मे साॅफ्टवेयर इंजिनियर है ने सायबर थाना आकर के अपने साथ सायबर ठगी होने की रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसके साथ 01 करोड 39 लाख 51 हजार 277 रू की ठगी हो गयी है, प्रार्थी के लिखित आवेदन पत्र पर उपरोक्त अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
आईजी डाॅ. संजीव शुक्ला, एसपी रजनीश सिंह, द्वारा धोखाधडी व सायबर अपराधो की समीक्षा कर समस्त राजपत्रित अधिकारियो को विशेष निर्देश दिये गये थे इस निर्देश के पालन में एक विशेष टीम द्वारा आरोपीयो का पता ठिकाना ज्ञात कर विवेचना प्रारम्भ की गई जो आरोपी का आनलाईन ठगी का काम करने में संलिप्त होने की जानकारी प्राप्त हुई।
जांच दौरान पता चला कि आरोपी रोहित अपने भाई के घर पुणे गया हुआ था जहाॅ उसकी मुलाकात जैन काॅलोनी में रहने वाले प्रार्थी नितिन जैन से हुई आपसी परिचय बढने के बाद रोहित को नितिन जैन के विवाह हेतु लडकी की तलाश होने की जानकारी मिली इसी का फायदा उठाकर आरोपी ने प्रार्थी से संपर्क कर उसे विवाह योग्य लडकी से परिचय कराने की बात कहीं प्रार्थी इसके बातो पर विश्वास कर लिया, तब आरोपी द्वारा प्रार्थी को दो-तीन लडकियो की फोटो इन्टरनेट से निकालकर दिखाया जिसमें से प्रार्थी ने एक लडकी काल्पनिक नाम एकता जैन को पसंद किया तब आरोपी रोहित ने स्वयं के मोबाईल से प्रार्थी को आवाज बदलकर लडकी एकता जैन की आवाज में बात कर झांसे मेे लेना शुरू कर दिया, आरोपी ने लडकी की आवाज में कुछ दिन बात कर शादी के लिये राजी होकर ठगी करना प्रारम्भ कर दिया।
ठगी करने काल्पनिक किरदार
काल्पनिक नाम एकता जैन– एकता जैन जिससे प्रार्थी विवाह करने की बात तय हुई थी आरोपी ने एकता के बीमार होने व अन्य आवश्यकता होने का झांसा देकर प्रार्थी से करीब 30 लाख रू विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया।
एकता जैन का भाई अंशुल जैन– आरोपी ने एक नया सिम कार्ड खरीदकर एकता जैन का भाई अंशुल जैन बनकर नये आवाज में प्रार्थी से संपर्क कर अपनी बहन से विवाह की पारिवारिक सहमति दी बातचीत दौरान प्रार्थी को शेयर मार्केट मेें हानि होने, प्राॅपर्टी टेैक्स पटाने, फैमली डिस्प्युट होने का हवाला देकर प्रार्थी से करीब 30 लाख रू विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया।
हैदराबाद के इंकम टैक्स जज सुब्रमण्यम– आरोपी ने पुणे जाकर एक नई कहानी बनाई जिसमें लडकी एकता जैन के परिवार का हैदराबाद में प्रापर्टी होना बताया जिसकी बिक्री हेतु हैदराबाद जाना बताया यहाॅ नया सिम कार्ड खरीदकर प्रार्थी को हैदराबाद के इंकम टैक्स के जज सुब्रमण्यम की बदली हुई आवाज में मोबाईल पर संपर्क कर एकता के गिरफ्तार होने का झांसा देकर प्रार्थी से करीब 20 लाख रू विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया।
चेन्नई का प्रापर्टी टैक्स अधिकारी रामकृषण्ण– आरोपी ने एकता जैन का चेन्नई में भी प्रापर्टी का टैक्स जमा न होने के कारण एकता की गिरफ्तारी की संभावना बताकर चेन्नई का प्रापर्टी टैक्स अधिकारी रामकृषण्ण की बदली हुई आवाज में तमिल, हिन्दी, अंग्रेजी में प्रार्थी से करीब 15 लाख रू विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया।
आर.बी.आई. अधिकारी विनित– आरोपी ने इसी प्रकार आर.बी.आई. अधिकारी विनित की बदली हुई आवाज में इन्स्टेन्ट लोन एप के माध्यम से रकम अदायगी न कर पाने के कारण तुम जांच एजेंन्सीयो के सर्विलांस मेें हो पुलिस व ई.डी. अधिकारी तुम्हारे घर पर रेड करने वाले है तुम दवाजा मत खोलना और स्वयं जाकर प्रार्थी के घर का दरवाजा खटखटाने लगा और प्रार्थी को भय हो गया कि पुलिस इसे कभी भी गिरफ्तार कर सकती है आरोपी स्वयं प्रार्थी के घर के निचे खडे होकर फोटो खिंचकर प्रार्थी को भेजता था कि तुम जांच एजेंन्सीयो के सर्विलेंस मेें हो। प्रार्थी डर में आकर से करीब 20 लाख रू विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया।
मामले में आरोपी रोहित जैन पिता रमेश चन्द्र जैन उम्र 33 वर्ष सा. कटरा बाजार जैन एजेन्सी वार्ड न. 15 मैहर थाना मैहर जिला मैहर (म.प्र.) को मैहर से हिरासत में लेकर पुछताछ किया गया घटना में प्रयुक्त 02 नग एण्ड्रायड फोन 02 नग कि-पैड फोन 11 नग सिम कार्ड जप्त किया गया है आरोपी का अपराध स्वीकार करने से आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया जाता है।
सम्पुर्ण कार्यवाही में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर उमेश कश्यप, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण एवं ए.सी.सी.यू. बिलासपुर अनुज कुमार, नगर पुलिस अधीक्षक चकरभाठा निमितेश सिंह के मार्गदर्शन में निरीक्षक राजेश मिश्रा प्रभारी ए.सी.सी.यू. एवं रेंज सायबर थाना उप निरीक्षक अजय वारे, स.उ.नि. सुरेश पाठक, प्रधान आरक्षक सैय्यद साजिद, विक्कु सिंह ठाकुर आरक्षक चिरंजीव कमलेश, मुकेश वर्मा का विशेष योगदान रहा।