बिलासपुर। शहर के सबसे पुराने और भीड़भाड़ वाले इलाकों में शुमार शनिचरी बाजार में मंगलवार देर रात एक भीषण अग्निकांड ने भारी तबाही मचाई। मनिहारी और कॉस्मेटिक समेत करीब आधा दर्जन से अधिक दुकानें आग की चपेट में आ गईं। आग इतनी विकराल थी कि उसे पूरी तरह काबू में करने के लिए अग्निशमन विभाग को सुबह तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। आग लगने की घटना रात लगभग 3 बजे की बताई जा रही है।
जानकारी मिलते ही कोतवाली थाना पुलिस दल-बल के साथ मौके पर पहुंची और तत्काल फायर ब्रिगेड को सूचित किया गया। आग की भयावहता को देखते हुए SECL और NTPC की दमकल इकाइयों को भी अलर्ट किया गया। मौके पर सात दमकल गाड़ियों की मदद से आग बुझाने का प्रयास लगातार चलता रहा।
तंग गलियों ने मुश्किलें बढ़ाईं
शनिचरी बाजार की संकरी गलियां और बेतरतीब निर्माण ने दमकल कर्मियों के लिए आग पर काबू पाना बेहद मुश्किल बना दिया। एक ओर से पानी की बौछार डाली जाती, तो दूसरी ओर आग तेजी से फैलती जा रही थी। कई बार तो आग पर काबू पाने की कोशिशों के बीच अचानक फिर से लपटें उठने लगीं। दमकल कर्मियों और पुलिस बल को घंटों तक मोर्चा संभाले रहना पड़ा।
नगर निगम की लापरवाही उजागर
इस घटना ने नगर निगम की लापरवाही को भी उजागर कर दिया है। बताया गया कि शनिचरी बाजार में व्यापारियों को केवल चबूतरा एलॉट किया गया था, लेकिन निगम की अनदेखी और ढीली निगरानी के चलते व्यापारियों ने स्थायी दुकानें खड़ी कर लीं। न तो पर्याप्त फायर सेफ्टी इंतज़ाम थे और न ही आग से निपटने के लिए इमरजेंसी रूट तैयार किया गया था, जिसका खामियाजा अब व्यापारियों को उठाना पड़ा।
लाखों की क्षति, व्यापारियों में हड़कंप
इस भीषण आगजनी में लाखों रुपये के नुकसान की आशंका जताई जा रही है। दुकानों में रखा सामान—कपड़े, सौंदर्य प्रसाधन, दैनिक उपयोग की वस्तुएं—सब जलकर राख हो गए। आग बुझने के बाद जब व्यापारी मौके पर पहुंचे तो उन्हें मंजर देख झटका लगा। कई दुकानें पूरी तरह खाक हो चुकी थीं।