बिलासपुर, 5 जून 2025। जिला प्रशासन ने शिक्षा के क्षेत्र में एक अहम कदम उठाते हुए स्कूलों के युक्तियुक्तकरण (Rationalisation) को लेकर बड़ा निर्णय लिया है। इसी संबंध में कलेक्टर संजय अग्रवाल ने आज जिला कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में मीडिया से बातचीत की और युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया तथा उसके उद्देश्यों की विस्तार से जानकारी दी।
कलेक्टर ने कहा कि “अब जिले में कोई भी स्कूल ऐसा नहीं है जहां शिक्षक न हों या केवल एक ही शिक्षक पदस्थ हो। यह फैसला शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने और बच्चों को बेहतर शैक्षणिक माहौल देने की दिशा में उठाया गया है।” उन्होंने आगे बताया कि युक्तियुक्तकरण का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों की उपलब्धता को विद्यालयों में समान रूप से वितरित करना है, ताकि संसाधनों का प्रभावी उपयोग हो सके।
इस प्रेस वार्ता में नगर निगम आयुक्त अमित कुमार, संयुक्त संचालक शिक्षा आर.एन. आदित्य, जिला शिक्षा अधिकारी अनिल तिवारी और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। बड़ी संख्या में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और वेब मीडिया से जुड़े पत्रकार भी मौजूद रहे।
प्रेस वार्ता के दौरान कलेक्टर ने मीडिया प्रतिनिधियों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब भी दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी शिक्षक को बगैर सुनवाई के नहीं हटाया गया है और स्थानांतरण प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी रही है। इस प्रक्रिया में स्कूलों की भौगोलिक स्थिति, छात्रों की संख्या और अन्य शैक्षणिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए स्थान निर्धारण किया गया है।
शिक्षा की गुणवत्ता में होगा सुधार
कलेक्टर अग्रवाल ने कहा कि “एकल शिक्षक स्कूलों में बच्चों की शिक्षा बुरी तरह प्रभावित होती थी। अब सभी स्कूलों में आवश्यकतानुसार शिक्षकों की पदस्थापना की गई है जिससे छात्रों को विषयवार शिक्षा मिल सकेगी। यह कदम न केवल छात्रों के लिए लाभकारी होगा बल्कि शिक्षकों को भी सामूहिक कार्य करने का अवसर मिलेगा।”
मीडिया को भरोसे में लिया गया
प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि इस पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे। इसी उद्देश्य से पत्रकारों को बुलाकर सीधे संवाद किया गया और हर सवाल का तथ्यात्मक जवाब दिया गया। इससे यह स्पष्ट संदेश गया है कि जिला प्रशासन शिक्षा जैसे संवेदनशील विषय पर गंभीर है और किसी भी प्रकार की अफवाहों या भ्रम की स्थिति नहीं बनने देना चाहता।