जांजगीर, छत्तीसगढ़। जिले में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है, और इसी कड़ी में मंगलवार को कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम खोखरा में एक सनसनीखेज वारदात ने सभी को हिला कर रख दिया। शातिर बदमाशों ने दिनदहाड़े 78 लाख रुपये लूटकर पुलिस और प्रशासन को चुनौती दे डाली।
घटना उस समय की है जब शराब दुकान से कैश कलेक्शन करने वाली टीम, जिसमें एक बोलेरो गाड़ी और हथियारबंद गार्ड शामिल थे, ग्राम खोखरा के देशी शराब दुकान पर रुकी थी। टीम पहले से क्षेत्र की अन्य शराब दुकानों से 78 लाख रुपये का कलेक्शन कर चुकी थी।
कैश कलेक्शन टीम जैसे ही शराब दुकान में पैसे इकट्ठा करने में व्यस्त थी, वैसे ही बाइक पर सवार होकर दो बदमाश आए। बिना समय गंवाए, उन्होंने गाड़ी के बाहर तैनात गार्ड पर गोली चला दी। गोली गार्ड के पैर में लगी, जिससे वह घायल होकर वहीं गिर पड़ा।
इसके बाद लुटेरे बोलेरो गाड़ी में रखे कैश से भरे बैग लेकर फरार हो गए। वारदात को अंजाम देने में बदमाशों ने महज कुछ ही मिनट लगाए।
दिनदहाड़े हुई इस बड़ी लूट से इलाके में अफरा-तफरी मच गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई। जिले में तत्काल नाकेबंदी कर दी गई और अलग-अलग चेकिंग पॉइंट पर टीमें तैनात कर दी गईं। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है ताकि बदमाशों की पहचान कर जल्द से जल्द उन्हें गिरफ्तार किया जा सके।
घायल गार्ड अस्पताल में भर्ती
लूट के दौरान पैर में गोली लगने से घायल गार्ड को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है। हालांकि, वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश पूरी प्लानिंग के साथ आए थे। उनका बाइक से आना और फायरिंग कर गार्ड को घायल करना यह दर्शाता है कि उन्होंने पहले से इलाके की रेकी की हुई थी।
पुलिस अब बदमाशों तक पहुंचने के लिए दो मुख्य पहलुओं पर काम कर रही है:
1. सीसीटीवी फुटेज की जांच: आसपास के इलाकों के कैमरे खंगाले जा रहे हैं।
2. नाकेबंदी और संदिग्धों की पूछताछ: जिले के सभी महत्वपूर्ण मार्गों पर नाकेबंदी कर दी गई है।
जांजगीर जैसे अपेक्षाकृत शांत माने जाने वाले जिले में इस तरह की घटनाएं पुलिस के लिए चुनौती बन गई हैं। बड़े पैमाने पर शराब दुकानों से होने वाली कैश कलेक्शन प्रक्रिया में सुरक्षा की खामियां इस घटना के बाद उजागर हुई हैं।
सवाल जो उठते हैं
– क्या सुरक्षा प्रबंध पर्याप्त थे?
शराब दुकान के बाहर सिर्फ एक गार्ड तैनात था, जबकि इतनी बड़ी रकम का कलेक्शन किया जा रहा था।
– कैसे हुई रेकी?
बदमाशों ने जिस तरह वारदात को अंजाम दिया, उससे यह स्पष्ट है कि उन्हें कलेक्शन टीम की गतिविधियों की जानकारी पहले से थी।
जांजगीर की इस घटना ने जिले की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस पर अब बदमाशों को जल्द पकड़ने का दबाव है। इसके साथ ही, इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत करना होगा। जब तक लुटेरे पकड़े नहीं जाते, तब तक जिले में डर और असुरक्षा का माहौल बना रहेगा।