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कांग्रेसछत्तीसगढ़

भाजपा के झटके से कांग्रेस खेमे में खलबली… विधायकों पर लगाया तीसरी आंख का पहरा… प्रदेशभर के नेताओं को रायपुर बुलाया…


बिलासपुर/ पाली तानाखार विधायक और प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामदयाल उइके के भाजपा प्रवेश से कांग्रेसी खेमे में खलबली मच गई है। प्रदेश के आला नेताओं को विश्वास ही नहीं हो रहा है कि आखिर ऐन चुनाव के वक्त ये कैसे हुआ। कार्यकर्ताओं और बड़े नेताओं को टूट से बचाने के लिए रायपुर में बैठकों का दौर शुरू हो चुका है। बिलासपुर समेत प्रदेशभर के नेताओं को भी रायपुर बुलाया गया है। बताया जा रहा है कि संगठन ने अब पार्टी के विधायकों पर निगरानी बिठा दी है।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की मौजूदगी में प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष उइके ने शनिवार सुबह भाजपा में प्रवेश किया। इसके बाद उन्होंने बयान दिया कि सीडी कांड के मामले के बाद तो भूपेश बघेल को पीसीसी चेयरमैन के पद से हटा दिया जाना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इससे जाहिर है कि इस कांड में राष्ट्रीय नेताओं के तार भी जुड़े हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी से उन्होंने मिलने की इच्छा जताई, लेकिन उन्होंने समय नहीं दिया। ऐन चुनाव के वक्त कार्यकारी अध्यक्ष के पार्टी छोड़ने से कांग्रेसी खेमे में हलचल मच गई है। अब प्रदेश के नेता इस बात पर मंथन करने लग गए हैं कि आखिर ऐसी क्या नाराजगी थी कि इतने बड़े पद में रहने के बाद भी उइके कांग्रेस को छोड़ गए। भाजपा द्वारा दिए गए इस बड़े झटके से कांग्रेसी नेता पता नहीं कब तक उबर पाएंगे, लेकिन अब उनमें किसी टूट को बर्दाश्त करने की शक्ति नहीं है। यही वजह है कि प्रदेश के सभी जिलों के नेताओं को रायपुर बुलाया गया है। कोशिश होगी कि अब तक कोई बड़े नेता पार्टी न छोड़ें।

प्रदेश के आला नेता उन्हें रायपुर में अनुशासन का पाठ पढ़ाएंगे और पार्टी का महत्व बताएंगे। चर्चा तो यहां तक है कि आलाकमान के इशारे पर प्रदेश के कांग्रेसी विधायकों पर नजर रखने के लिए टीम तैनात कर दी गई है, जो विधायकों की पल-पल की खबरें बड़े नेताओं तक पहुंचा रहे हैं।

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